.सरकार ने 25 लाख भारत बायोटेक से और 25 लाख सीरम इंस्टीट्यूट को वैक्सीन ऑर्डर किया है
रांची।
झारखंड में अगामी 1 मई से 18 साल से 44 साल के लोगों का टीकाकरण कार्य शुरु नही हो पाएगा।स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने गुरुवार को एक प्रेसवार्ता के दौरान बताया की राज्य सरकार 18 साल से ऊपर और 44 साल तक के लोगों को फ्री में टीकाकरण करने की तैयारी कर चुकी हैं। 2229 से ज्यादा टीकाकरण केंद्र तैयार हैं। सरकार ने 25 लाख भारत बायोटेक से और 25 लाख सीरम इंस्टीट्यूट से वैक्सीन ऑर्डर कर दिया है। लेकिन दोनों कम्पनियों ने बताया है कि केंद्र सरकार भारत बायोटेक से 10 करोड़ और सीरम इंस्टीट्यूट से दो करोड़ का एडवांस बुकिंग कर रखा हैं, जिस कारण झारखंड को 15 मई के बाद ही वैक्सीन उपलब्ध हो सकता हैं। ऐसी परिस्थिति में एक मई तक वैक्सीन उपलब्ध होना संभव नही है।
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने इस दौरान केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। कहा कि केंद्र सरकार आपदा में अवसर ढूंढ कर पैसे कमा रही है। गुप्ता ने इस दौरान झारखंड की जनता के साथ केंद्र सरकार पर भेदभाव करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि एक देश एक विधान और एक संविधान का नारा देने वाली भाजपा सरकार ने पैसों के लिए जीवन रक्षक वैक्सीन को तीन कैटेगरी में बांट दिया है। चुनावी भाषणों में फ्री वैक्सीन का दावा करने का वायदा भी जुमला साबित हुआ।
कोविड-19 का यह दूसरा चक्र पहले चक्र के मुकाबले बेहद घातक है। इस चक्र के रोकथाम और इलाज का अभी एकमात्र विकल्प वैक्सीनेशन ही है। मोदी ने एक मई से 18 साल से 44 साल के लोगों को वैक्सीन लगाने की घोषणा तो कर दी है लेकिन वैक्सीन के वितरण में राजनीति कर रहे हैं। गुप्ता ने कहा कि 2020-21 के बजट में केंद्रीय वित्त मंत्री सीतारमण ने देश में वैक्सीन के लिए 35000 करोड़ की राशि का प्रावधान किया है तो क्या कारण हैं कि अब 18 साल से ऊपर के लोगों के वैक्सीन देने के लिए राज्य सरकार से रुपये मांग रही हैं। आज वैक्सीनेशन के नाम पर तीन तरह से टैरिफ राज्य सरकार के माथे पर थोपा जा रहा है। राज्य में करीब 1.57 करोड़ युवा वर्ग के लिए राज्यों को खुद वैक्सीन खरीदनी हाेगी। झारखंड ने जो ऑर्डर दिया है, उसपर करीब 200 करोड़ रुपए खर्च हाेने अनुमान है।
बन्ना गुप्ता ने कहा कि दुनिया का हीरो बनने के चक्कर में मोदी ने दूसरे देशों को वैक्सीन भेज है लेकिन अपने देश में वैक्सीन की पूर्ती नहीं कर पा रहे है। चुनावी भाषणों में पाकिस्तान को गाली देने वाले मोदी ने पाकिस्तान को 45 लाख डोज दिया। भूटान को 25 लाख डोज दिया, लेकिन इस पिछड़े और गरीब राज्य को वैक्सीन, रेमडेसिविर और दवाई देने के लिए केंद्र सरकार के पास नहीं है।
बन्ना ने कहा की परिस्थिति ऐसी है कि आज हमारे पास सिर्फ 2500 रेमेडिसिविर इंजेक्शन हैं। वहीं, दो हजार रेमडेसिविर असम से उधार लिया है। उन्होंने कहा कि झारखंड को प्रतिदिन चार हजार रेमेडिसिविर की आवश्यकता है, जबकि पिछले 10 दिनों में महज 20 हजार रेमडेसिविर अलाउड हुआ है, जो झारखंड के साथ नाइंसाफी हैं।