यरूशलम/गाजा

इजरायल और फिलस्तीन के बीच लागातार दस दिनो से संघर्ष जारी है। हमास- इजरायल पर रॉकेटो की वर्षा कर रहा है, तो इजरायल लगातार हमास के ठिकानो को निशाना बना रहा है। संघर्ष विराम की कोशिशें असफल रही है। इधर संघर्ष रोकने की मांग को लेकर इजरायल, यरूशलम और वेस्ट बैंक में रहने वाले फिलस्तीन नागरिको ने मंगलवार को हड़ताल पर रहे। पर इजरायल ने मांग को खारिज करते हुए कहा कि पूरे क्षेत्र में हमास हिंसा को बढ़ावा दे रहा है। इजरायल के ताजे हमले में इस्लामिक यूनिवर्सिटी से संबंद्ध लाइब्रेरी और शैक्षिक केंद्र की छह मंजिली इमारत ध्वस्त हो गई।
गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार हवाई हमले में 61 बच्चो और 36 महिलाओं सहित 212 फिलस्तीन नागरिको की मौत हुई है। जबकि इजरायल में एक बच्चे और एक सैनिक समेत 10 की जान गई है। संयुक्त राष्ट्र के मानवीय मामलो की एजेंसी के अनुसार इजरायली हमले के चलते 52 हजार से अधिक फिलस्तीनियों ने पलायन किया है। गाजा पट्टी में छह अस्पतालो और 9 प्राईमरी हेल्थ केयर सेंटर समेत 450 इमारते ध्वस्त या क्षतिग्रस्त हुई है। जबकि इजरायली पुलिस के अनुसार गाजा पट्टी की ओर से दक्षिणी इजरायल में हुए रॉकेट हमले में दो थाई कर्मचारियों की मौत हो गई है और कई घायल है।
इजरायली सेना ने बताया कि लेबनान से भी छह गोले दागे गए। पर कोई भी सीमा पार नहीं कर सका। इसके जवाब में लेबनान के चिन्हित इलाको में गोले दागे गए। इस बीच इजरायल को अमेरिकी राष्ट्रपति का समर्थन मिला है। जबकि तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगान ने संघर्ष को लेकर अमेरिकी और ऑस्ट्रिया की आलोचना की है।