. दुष्कर्म की कोशिश में असफल होने पर महिला को जिंदा जलाया था
रांची। इंसाफ का इंतजार करते-करते हजारीबाग पेट्रोलकांड पीड़िता महिला जिंदगी से जंग हार गई, महिला की इलाज के दौरान आज सुबह मौत हो गई। वहीं घटना के कई दिनों के बीत जाने के बाद भी पुलिस अबतक पेट्रोलकांड में संलिप्त अपराधियों को पकड़ नहीं सकी है।इधर, इंसाफ की आस लगाए पीड़ित महिला ने आज अपनी अंतिम सांस ली। मालूम हो की रिम्स के बर्न वार्ड में महिला का इलाज किया जा रहा था।जहां उसकी मौत हो गई।
रिश्तेदारों ने ही किया था दुष्कर्म का प्रयास गंभीर हालत में उसे रांची के रिम्स में भर्ती कराया गया था
हजारीबाग जिले के चरही में एक सप्ताह पहले ही महिला को रिश्तेदारों ने ही हाथ-पैर बांध कर चौपाया सहित जिंदा जला दिया था। जानकारी के अनुसार, महिला के साथ उन्होंने दुष्कर्म का प्रयास भी किया था। वहीं इस नापाक हरकत में जब वे सफल नहीं हुए तो उन्होंने इस जघन्य घटना को अंजाम दे दिया। इस घटना में बुरी तरह से घायल महिला को रांची के राजेंद्र आर्युर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) में बेहतर इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। वहीं, 15 दिनों से जिंदगी की जंग की जद्दोजेहद कर रही थी पीड़ित महिला शरीर का शरीर पुरी तरह जला हुआ था।घटना को लेकर परिवार ने लिखित शिकायत की थी ।पीड़ित महिला ने भी पुलिस को अपना बयान दिया था।परिवार वाले
आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे
जानकारी के अनुसार, पीड़िता पेट्रोलकांड के बाद बुरी तरह झुलस गयी थी। पीड़िता के पिता ने बताया कि शनिवार को ही बेटी की स्थिति खराब होने लगी थी और रिम्स के चिकित्सकों ने जवाब भी दे दिया था। चिकित्सकों के जवाब दिये जाने के बाद भी पिता ने हार नहीं मानी, उन्हें लग रहा था कि उनकी बेटी की जान बच जायेगी । पिता ने बताया कि जब उनकी बेटी जीवित थी, तो उसने यह बयान दिया था उसके रिश्तेदार के भांजे और पड़ोसियों ने उसके साथ दुष्कर्म का प्रयास किया था। उन्हीं लोगों ने उसे खटिया में बांधकर जिंदा जलाने की भी कोशिश की थी। पीड़िता की मौत के बाद परिजनों में आक्रोश है। परिजन राज्य सरकार एवं पुलिस प्रशासन से जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार करने की गुहार लगाने रहे और पीड़ित महिला की मौत हो गई।