हजारीबाग में रेल सेवा बहाली का मृगतृष्णा, लोगो में आक्रोश
Hazaribagh: कोडरमा – रांची भाया हज़ारीबाग बरकाकाना रेलखंड का सीआरएस हुए ढाई माह बीतने के बाद भी रेलवे की ओर से एक भी लम्बी दूरी की ट्रेन का परिचालन अबतक शुरु नही किया गया है। राजनीतिक दलों द्वारा बड़े बड़े दावे किए जा रहे थे की कई ट्रेने चलेगी,राजधानी हज़ारीबाग हो कर गुजरेगी। लेकिन अच्छी खबर ये है की मधुपुर से रांची के बीच एक इंटरसिटी एक्सप्रेस चलाने का इरादा किया है। इससे संबंधित टाइम टेबल की जानकारी सोशल मीडिया में साझा किया गया है। लेकिन ट्रेन कब से चलेगी इसका जिक्र नही है। हालाँकि इस पोस्ट पर खूब सकारात्मक प्रतिक्रिया युजर्स ने दी है।
रेल विस्तार समिति के सदस्यों का कहना है कि अगर ये ट्रेन चलती है तो हम इसका हृदय से स्वागत करेंगे। लेकिन रेलवे की ओर से जब तक अधिसूचना जारी नही हो जाती है हमें संतोष नही होगा। रेलवे ने पिछले आठ वर्षो से हमें छला है। पवन कुमार कहते है की तीसरा महीना भी पूरा होने वाला है । संरक्षा आयुक्त की अनुमति मिले लेकिन इस रुट पर ना तो पहले से चल रही यात्री ट्रेनों का विस्तार राँची तक किया और ना ही रेलवे कोई लम्बी दूरी की ट्रेने ही दी।
जानकार बताते है कि कोडरमा बरकाकाना यात्री ट्रेन को रांची तक विस्तार देने के लिए लिए अलग से रेक की ज़रूरत ही नही है। जो ट्रेन चल रही है उसी को विस्तार देना था। इसमें भी नाकाम दिख रहा है रेलवे। योगेश साव कहते है की हमारी उम्मीदों को छला गया है पिछले आठ वर्षो से। नई ट्रेन चलाने के नाम पर चुप्पी हम हज़ारीबाग वासियों को आठ वर्षो से चुभ रही है। अगर लम्बी दूरी की ट्रेनों के नाम पर झुनझुना थमाने की कोशिश होती है जैसा साप्ताहिक एसी ट्रेन चला कर बंद कर दिया गया, तो हम पुनः आंदोलन की राह उतरेंगे।
रेलवे राजस्व संग्रह करे ढूलाई से ,हम स्वागत करते है। लेकिन हमारी भावनाओं को ठेस ना पहुंचाए। हमें एक नही कई ट्रेने चाहिए लम्बी दूरी की। झारखण्ड के विभिन्न शहरों के लिए इंटरसिटी ट्रेने चाहते है। रेलवे ने हज़ारीबाग होकर मधुपुर रांची इंटरसिटी चलाने का इरादा रखती है तो जल्द अधिसूचना जारी करे। हम आपको बता दे की रेलवे हज़ारीबाग कोयले की ढूलाई से करोड़ो की कमाई कर रहा है, लम्बी दूरी की मालगाड़ियों को यहां ऑपरेट कर रहा है लेकिन यात्री ट्रेनों के मामले मे आठ वर्षो से चुप है।