Hazaribagh: कोचिंग संचालक दंपत्ति राहुल और पूजा हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। घटना का मास्टरमाईंड राहुल के पिता ईश्वर मेहता था और उसका भाई बब्लू कुमार मेहता इसका सुत्रधार बना। दंपत्ति 15 को लापता नहीं हुए थे बल्कि रात आठ से नौ बजे के बीच उसके हीं घर में घूसकर हत्या कर दी गई थी। पिता ईश्वर नीचे गली में पहरा दे रहा था और उपर के कमरे में भाड़े के चार अपराधियों के साथ छोटा भाई अपने हीं सगा भाई और उसकी पत्नी की निर्दयता से हत्या कर रहा था। यह जानकारी एसपी अरविंद कुमार सिंह ने प्रेसवार्ता के दौरान ने दी।
एसपी ने बताया कि छह लाख रुपए में हत्या की सुपारी दी गई थी और दो लाख रुपए एडवांस के तौर पर दिया गया था। हत्या को पांच लोगों ने अंजाम दिया था इनमें राहुल का छोटा भाई के अलावा बॉबी कुमार पिता सुरेश पासवान, कटकमदाग,आशिष पांडेय पिता अशोक पांडेय इचाक, पांडेय टोला, विक्की कुमार पिता अशोक राम परासी इचाक तथा सोनु कुमार सिन्हा पिता विनोद कुमार सिन्हा पचम्बा, गिरिडीह है। एसपी ने बताया कि इस बाबत इचाक थाना में एक सनहा पूजा के पिता द्वारा हत्या की प्राथमिकी दर्ज करायी गई है। पुलिस बरामद अस्थियों को एफएसएल व डीएनए जांच कराएंगी। गिरफ्तार आरोपितों में आशिष कुमार पांडेय का पैर भागने के क्रम में टूट गया था। पुलिस अभिरक्षा में गिरफ्तारी के बाद इलाज कराया गया है। देर संध्या सभी छह आरोपितों को न्यायिक हिरासत में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया ।
अपने हीं बेटे और बहु की सुपारी देकर हत्या कराने वाले ईश्वर मेहता हत्या के समय भी घर के नीचे रेकी कर रहा था। जब इसे इस बात की जानकारी मिली की दोनों को मौत की नींद सुला दिया गया है। वह निश्चिंत होकर घर चला गया। रात करीब 12 बजे जब परासी श्मशान घाट पर दोनों के शव को पहुंचा दिया गया तो ईश्वर साव परासी पहुंचे और दाह संस्कार का धर्म का निर्वहन करते हुए बेटे को मुखाग्नि दी। इचाक के बरकाकला पंचायत के हसेल गांव से पिता ने स्वयं तीन दिन पूर्व लकड़ी खरीदी थी और उसे एक निश्चित स्थान पर जाकर रख दिया था। डीजल और टायर का प्रयोग कर पूरी तरह जलाकर साक्ष्य को नष्ट करने की पूरी कोशिश की गई थी।