Ranchi / New Delhi: देश के 13 राज्यों के राज्यपाल बदल दिये गए। झारखंड के नए राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को बनाया गया है। रमेश बैस को महाराष्ट्र की जिम्मेदारी सौंपी गयी है। मालूम हो कि झारखंड के राज्यपाल बनाये गए सीपी राधाकृष्णन तमिलनाडु के वरिष्ठ भाजपा नेता हैं। वहीं, अयोध्या केस की सुनवाई करने और फैसला सुनाने वाली पीठ के हिस्सा रहे जज (रिटायर) अब्दुल नजीर को आंध्र प्रदेश का गवर्नर बनाया गया है। इसके अलावा और भी कई राज्यों के गवर्नर बदले गए हैं।
भारत के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी और लद्दाख के उपराज्यपाल राधा कृष्णन माथुर के इस्तीफे को स्वीकार करते हुए बड़े पैमाने पर नए राज्यपालों की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। बिहार, झारखंड सहित 13 राज्यों के गवर्नर बदले गए हैं।
इन राज्यों में इन्हें मिली कमान :
1- लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर) कैवल्य त्रिविक्रम परनाइक को अरुणाचल प्रदेश का राज्यपाल बनाया गया है।
2- लक्ष्मण प्रसाद आचार्य को सिक्किम का राज्यपाल बनाया गया है।
3- सीपी. राधाकृष्णन को झारखंड का नया राज्यपाल बनाया गया है।
4- शिव प्रताप शुक्ल को हिमाचल प्रदेश का नया गवर्नर बनाया गया है।
5- गुलाब चंद कटारिया को असम का गवर्नर नियुक्त किया गया है।
6- अयोध्या केस का फैसला सुनाने वाली पीठ का हिस्सा रहे न्यायमूर्ति (रिटायर) एस अब्दुल नजीर को आंध्र प्रदेश का राज्यपाल बनाया गया है।
7- आंध्र प्रदेश के राज्यपाल बिस्वा भूषण हरिचंदन को छत्तीसगढ़ का राज्यपाल नियुक्त किया गया है।
8- छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुइया उइके को मणिपुर का राज्यपाल नियुक्त किया गया है।
9- मणिपुर के राज्यपाल ला गणेशन को नागालैंड का राज्यपाल नियुक्त किया गया है।
10- बिहार के राज्यपाल फागू चौहान को मेघालय का राज्यपाल नियुक्त किया गया है।
11- हिमाचल प्रदेश के राज्यपालराजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर को बिहार का राज्यपाल नियुक्त किया गया है।
12- झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस को महाराष्ट्र का राज्यपाल नियुक्त किया गया है।
13- ब्रिगेडियर बीडी. मिश्रा (रिटायर) को लद्दाख का उपराज्यपाल नियुक्त किया गया है।
झारखंड के नए राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन का प्रोफाइल
सीपी राधाकृष्णन को झारखंड का नया राज्यपाल बनाया गया है। वो झारखंड के 11वें राज्यपाल होंगे। वो झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस का स्थान लेंगे। बैस को महाराष्ट्र का नया राज्यपाल नियुक्त किया है।
20 अक्टूबर, 1957 को तमिलनाडु के तिरूपुर जिले के साधारण परिवार में जन्मे सीपी राधाकृष्णन 1973 से आरएसएस और जनसंघ से जुड़ गए। 1998 के कोयम्बटूर बम धमाकों के बाद उन्होंने चुनाव लड़े। 1998 और 1999 के आम चुनाव में उन्होंने भाजपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव जीता। 2004, 2012 और 2019 में वह चुनाव हार गए।
सीपी राधाकृष्णन ने 2004 के चुनाव के लिए अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम के साथ संबंध बनाने के लिए राज्य इकाई के साथ काम किया। 2012 में राधाकृष्णन ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एक कार्यकर्ता पर हमला करने वाले दोषियों के खिलाफ निष्क्रियता का विरोध करने के लिए मेट्टुपालयम में गिरफ्तारी दी। वो दक्षिण और तमिलनाडु में भाजपा के सबसे वरिष्ठ नेताओं में से हैं। 2014 में कोयम्बटूर निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा के लिए भाजपा का उम्मीदवार नामित किया गया। तमिलनाडु की दो बड़ी पार्टी डीएमके और एआईएडीएमके के गठबंधन के बिना उन्होंने 3 लाख 89 हजार 000 से अधिक मतों के साथ दूसरा स्थान हासिल किया।
कोयम्बटूर से 2019 के चुनाव के लिए एक बार फिर से पार्टी का उम्मीदवार बनाया गया। वर्तमान में वह भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य हैं। उन्हें पार्टी के आलाकमान द्वारा केरल भाजपा प्रभारी नियुक्त किया गया । वे 2016 से 2019 तक अखिल भारतीय कॉयर बोर्ड के अध्यक्ष रहे। यह सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय के अंतर्गत आता है।
एकाएक झारखंड के राज्यपाल के स्थानांतरण किये जाने पर राजनीतिक गलियारे में तरह तरह की चर्चा का बाजार गर्म है।चर्चा है की झारखंड में कुछ नये बड़े परिवर्तन की सम्भावना दिख रही है।नये राज्यपाल के सम्बन्ध में कहा जा रहा है की वो झारखंड के राजनीतिक और भौगोलिक बिंबों के जानकार है।