रांची।
छठ पर्व पर प्रदेश सरकार द्वारा जारी किए गए आदेश की चौतरफा निंदा होनी शुरू हो गई है। सरकार के इस फैसले पर उनके सहयोगी दलों के अलावा विपक्षी पार्टी भाजपा की ओर से भी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की गई है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद दीपक प्रकाश ने राज सरकार द्वारा छठ पर्व को लेकर जारी आदेश को तुगलकी फरमान बताते हुए इसका कड़ा विरोध किया है। उन्होंने सोमवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर सरकार द्वारा जारी किए गए निर्णय पर पुनर्विचार का आग्रह किया है। भाजपा अध्यक्ष प्रकाश ने कहा है कि लोक आस्था लोक स्वास्थ्य प्रकृति एवं पर्यावरण भगवान सूर्य और मां भगवती की पूजा से जुड़े महान छठ पर्व पर राज्य सरकार द्वारा जारी दिशानिर्देश ने सनातन परंपरा एवं आस्था में विश्वास करने वाले जन भावना को आहत किया है। उनके दिलों पर गहरी चोट पहुंची है। हर सनातनी आज सरकार के आदेश से बेचैन और परेशान है। राज सरकार की जिम्मेदारी है कि कोविड-19 को रोकने का इंतजाम करते हुए आस्था के साथ खिलवाड़ नहीं होने दे। प्रकाश ने कहा है कि राज्य सरकार की ऐसे निर्णय लेने के पहले छठ पूजा आयोजन से जुड़े धार्मिक सामाजिक संगठनों से विचार-विमर्श करनी चाहिए थी। यह महान पर्व प्रकृति और जलाशयों से जुड़ा पर्व है, जहां एक सामान्य गरीब व्रतधारी भी इसे संपन्न कर सकता है। ऐसे में सरकार का यह निर्देश की छठ घर में ही मनाएं सामान्य जन आस्था पर भी चोट है। इस प्रकार से छठ पर्व को मनाना सबके लिए संभव ही नहीं है।