. झारखंड के स्वर्णरेखा जलाशय परियोजना में रहे पन्द्रह साल
Ranchi: झारखंड सरकार के चहेते वो सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच लोकप्रिय रहे अभियन्ता वीरेंद्र राम के 24 ठिकाने पर मंगलवार को एक साथ हुई ईडी की छापेमारी में तमाम अर्जित चल अचल सम्पत्ति की गठरी ही खोल दी है । राम के एक आवास से ही लगभग डेढ़ करोड़ के स्वर्ण आभुषण के साथ साथ भारी संख्या में आवासीय भूखंड के दस्तावेज बरामद किया है। ईडी को सभी जगह से छापामारी में प्राप्त जब्ती के ब्यौरा का अभी इन्तजार है।ग्रामीण विकास विभाग बिशेष प्रमंडल में अभियन्ता प्रमुख की कुर्सी पर कब्जा को लेकर सचिवालय के गलियारे में भी चर्चा हो रही है। सुत्र बताते है की कई लोग इसकी रेस में थें। लेकिन वीरेंद्र राम पर विशेष कृपा हुई।
राम के बिषय में विभाग के सूत्र ने बताया की उन्होने लगभग पन्द्रह साल अपनी सेवा झारखंड के चर्चित स्वर्ण रेखा जलाशय परियोजना में उन्होने स्वर्ण रेखा परियोजना में कार्यपालक अभियन्ता से लेकर मुख्य अभियन्ता के पद पर जमे रहे। मालूम हो कि स्वर्ण रेखा जलाशय परियोजना विश्व बैंक के द्वारा स्वीकृत योजना है जो सालों साल से चल रही है और आज भी अधुरी है। सूत्र का कहना है की सत्ता पक्ष अथवा विपक्ष के जनप्रतिनिधि के द्वारा मुखर विरोध नही किया गया । चर्चा है की राम को भी अपनी सम्पति का ठीक ठीक पता नही है।सूत्र का कहना है की राम विभाग के प्रभारी मंत्री के बिशेष चहेता के रूप में जाने जाते थे। उनकी किसी भी संचिका का निपटारा हाथों हाथ किया जाता था ।
वीरेंद्र राम के एक घर से करोड़ों के जेवरात मिले
ग्रामीण कार्य विभाग के अभियंता प्रमुख वीरेंद्र राम के एक घर से 1.50 करोड़ से अधिक के जेवरात बरामद किये गये है। कचहरी चौक के पास अभियंत्रण भवन में स्थित कार्यालय में भी ईडी ने दबिश दी है। ईडी ऑफिस में पूरे कागजात को खंगाल रही है। इसके अलावे अशोकनगर, सहित वीरेंद्र राम से जुड़े रांची, जमशेदपुर, दिल्ली, सिवान, सिरसा के 24 ठिकानों पर मंगलवार की सुबह से ही छापेमारी चल रही है। बताया जा रहा है कि जमशेदपुर के सोनारी में अपार्टमेंट, मानगो के ग्रीन वाटिका में दो डुप्लेक्स है। साथ ही रांची, पटना तथा सिवान के मैरवा में करोड़ों की अवैध संपत्ति अर्जित की है । ईडी को वीरेंद्र राम के पास अकूत संपत्ति की जानकारी मिली है। जिसकी छानबीन चल रही है।ईडी सूत्रों ने बताया कि ईडी ने वीरेंद्र राम की आठ एसयूवी, नई दिल्ली के डिफेंस कॉलोनी में चार घरों सहित छह घरों की खोज की है, जो 20 करोड़ रुपये से अधिक के हैं। इसके अलावा निवेश से संबंधित दस्तावेज, गहने के अलावा कई आपत्तिजनक दस्तावेज छापे के दौरान बरामद किये गये हैं।