गिरिडीह। जिला खनन टास्क फोर्स की टीम ने मंगलवार को मुफस्सिल थाना क्षेत्र के उदनाबाद अवैध रुप से संचालित सफेद पत्थर ( क्वार्टज) की कई फैक्ट्रियों पर एक साथ छापेमारी करते हुए तीन फैक्ट्रियों को सील कर दिया। छापेमारी के दौरान फैक्ट्रियों में काफी मात्रा में अवैध पत्थर का भंडार मिला है। छापेमारी टीम का नेतृत्व सदर अनुमंडल पदाधिकारी विशाल दीप खलको कर रहे थे। टीम में एसडीएम के अलावे एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह, जिला खनन पदाधिकारी सतीश नायक, कार्यपालक दंडाधिकारी धीरेंद्र कुमार, अंचलाधिकारी रवि भूषण प्रसाद, रेंजर एसके रवि, फैक्ट्री इंस्पेक्टर, उद्योग विभाग के अधिकारी के साथ साथ कई विभाग के अधिकारी और वनरक्षी शामिल थे।
गौरतलब हो कि जंगलों से सफेद पत्थरों का अवैध खनन होने की सूचना लगातार प्राप्त हो रही थी। साथ ही ग्रामीणों द्वारा भी इसकी सूचना दी जा रही थी कि आसपास के जंगल क्षेत्रों में अवैध उत्खनन कर सैकड़ों टर्न सफेद पत्थर को उदनाबाद स्थित पत्थर माफियाओं के फैक्ट्री ले जाया जा रहा हैं। जहां पत्थर की पिसाई कर अन्य राज्यों में भेजा जा रहा था। सील किए गए तीनों फैक्ट्री पिछले 1 साल से बगैर किसी लाइसेंस के संचालित थे।
टीम द्वारा जब दस्तावेजों की मांग की गई तो संचालक कागजात नहीं दिखा पाए। टीम के अधिकारियों ने सबसे पहले अजीत कुमार साहा के हैप्पी मिनरल्स ट्रेडस पहुंचे। यहां सबसे पहले अधिकारियों ने प्रतिष्ठान संचालक से विभिन्न कागजातों की मांग की। लेकिन संचालक संतोष जनक कागजात नहीं दिखा पाए। साथ कई दस्तावेजों में विसंगतियां भी मिली। जिसके बाद अधिकारियों द्वारा फैक्ट्री को सील कर दिया गया। जिसके बाद लाला केडिया के बालाजी क्रशर इंडस्ट्रीज में छापेमारी की गई। इस दौरान फैक्ट्री का लाइसेंस एक्सपायर पाया गया। इस दौरान एसडीएम ने संचालक को फटकार भी लगाएं। जिसके बाद फैक्ट्री को सील किया गया।
मनीष जालान और रोहित केजरीवाल के रानी सती इंडस्ट्रीज में छापेमारी अधिकारी यह देख हैरत में पड़ गए कि 4 दिन पहले छापेमारी में बरामद बड़े पैमाने पर अवैध पत्थरों का स्टॉक मंगलवार की कार्रवाई के द्वारा सारे स्टाक गायब मिले। इस दौरान एसडीएम ने फैक्ट्री कर्मी से बातचीत की लेकिन कुछ नहीं बता सका। जिसके बाद फटकार लगाते हुए एसडीएम ने सीसीटीवी देखने की मांग की। इस दौरान सीसीटीवी फुटेज गायब पाया गया। साथ ही फैक्ट्री का लाइसेंस एक्सपायर पाया गया। जिसके बाद फैक्ट्री को सील करने का निर्देश एसडीएम ने अधिकारियों को दिया।
एसडीएम ने बताया कि उदनाबाद स्थित विभिन्न फैक्ट्रियों में दोबारा विभिन्न पत्थर फैक्ट्रियों में छापेमारी की गई। इस दौरान सही कागजात उपलब्ध नहीं कराने की एवज में फैक्ट्रियों को सील किया गया। उन्होंने कहा कि 13 अक्टूबर को सबसे पहले छापेमारी की गई थी। इस दौरान कई फैक्ट्री संचालकों को दस्तावेजों को उपलब्ध कराने का नोटिस दिया गया था। जिसका गहनता से जांच किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अवैध तरीके से संचालित फैक्ट्रियों को हर हाल में बंद किया जाएगा और कड़ी कारवाई की जाएगी।