Giridih: भाजपा की पारंपरिक सीट रही कोडरमा लोकसभा सीट पर अबतक हुए 13 लोकसभा चुनावों में छह बार जीत दर्ज की है । जबकि जनता पार्टी व कांग्रेस दो बार व जनता दल और झाविमो ने एक एक बार जीत दर्ज की है । इस लोकसभा क्षेत्र में कोडरमा विधानसभा क्षेत्र के अलावा हजारीबाग जिले का बरकट्ठा, गिरिडीह का धनवार, बगोदर, जमुआ और गांडेय विधानसभा क्षेत्र आते हैं। इस संसदीय क्षेत्र को अभ्रक के लिए जाना जाता है। साथ ही बिहार के बॉर्डर पर होने के कारण इसे झारखंड का प्रवेश द्वार भी कहा जाता है। यहां से फिलहाल अन्नपूर्णा देवी सांसद हैं और केंद्र में मंत्री भी हैं।
पांच वर्ष पहले की तुलना में इस बार चुनावी समीकरण काफी बदल गये
कोडरमा लोकसभा सीट पर पांच वर्ष पहले की तुलना में इस बार चुनावी समीकरण काफी बदल गये हैं। इस बार यहां सीधा मुकाबला है। भाजपा की अन्नपूर्णा देवी व इंडी गठबंधन से विनोद सिंह के बीच मुकाबला कोडरमा में कुल 15 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। केंद्रीय मंत्री और वर्तमान सांसद अन्नपूर्णा देवी कोडरमा लोकसभा सीट से दूसरी बार चुनाव लड़ रही हैं। साल 2019 में राजद से भाजपा में शामिल हुईं अन्नपूर्णा देवी ने तब झाविमो प्रत्याशी बाबूलाल मरांडी को 4 लाख 50 हजार वोटों से पराजित किया था। पर अब स्थिति बदली हुई है। बाबूलाल भाजपा में शामिल होकर अब अन्नपूर्णा देवी के लिए वोट मांग रहे हैं।
विधानसभा वार स्थिति इसी प्रकार है
विधान सभावार स्थिति का आकलन करें तो गांडेय विधानसभा से अभी हो रहे उप चुनाव में झामुमो से कल्पना सोरेन चुनाव लड़ रही हैं जिसका प्रभाव लोक सभा चुनाव पर भी दिखेगा। यहां से भाजपा विधायक रह चुके जयप्रकाश वर्मा ने पिछली बार अन्नपूर्णा देवी के लिए वोट मांगे थे, पर इस बार खुद लोक सभा चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी हैं। कई वर्षो तक इस सीट पर भाजपा का भी कब्जा रहा है। जय प्रकाश वर्मा पूर्व सांसद के स्व. रीतलाल प्रसाद वर्मा के भतीजे है। जबकी रीतलाल प्रसाद वर्मा के पुत्र प्रणव वर्मा भाजपा के साथ है।
वहीं बगोदर विधानसभा के विधायक विनोद सिंह इंडी गठबंधन के प्रत्याशी हैं । ऐसे में बगोदर में उनकी मजबूत पकड़ है, हलांकि इस सीट पर भाजपा के नागेंद्र महतो भी चुनाव जीत चुके है। वहीं धनवार विधानसभा में भी भाकपा माले की मजबूत पकड़ रही है। यहां से राजकुमार यादव माले विधायक रहे हैं। झामुमो और अन्य दलों के साथ आने से भी यह पकड़ और मजबूत हो गयी है। इस सीट पर भी भाजपा के रवीन्द्र राय विधायक रह चुके है।
बरकट्ठा विधान सभा में भी स्थिति बदली हुई नजर आ रही है। पिछली बार 2019 में पूर्व विधायक जानकी यादव और वर्तमान विधायक अमित यादव, दोनों ने भाजपा के लिए वोट मांगे थे और यहां भाजपा को बड़ी बढ़त दिलायी थी। पर इस बार स्थिति बदली हुई है, भाजपा कार्यकर्ताओं की नाराजगी तो दिखती ही है। जानकी यादव कुछ दिन पहले ही भाजपा को छोड़कर झामुमो में शामिल हो चुके हैं। ऐसे में भाजपा के लिए यहां भी पहले की स्थिति नहीं रह गयी है। बरकट्ठा विधान सभा यादव बहुल क्षेत्र में आता है ऐसे में यहां मतों का विभाजन रोकना भाजपा के लिए चुनौती होगा। वहीं जमुआ विधानसभा सुरक्षित सीट पर वर्षो से भाजपा का कब्जा रहा है। वर्तमान में केदार हाजरा यहां भाजपा के विधायक है।
वहीं कोडरमा विधानसभा में भाजपा मजबूत स्थिति में है। यहां से भाजपा की डॉ नीरा यादव विधायक हैं। 2019 के चुनाव में कोडरमा व बरक्ट्ठा विधानसभा से भाजपा को बड़ी बढ़त मिली थी। अयोध्या में राममंदिर का निर्माण , धारा 370 और फ्री अनाज सहित अन्य विकास योजनाओं से लाभान्वित मतदाताओं का भाजपा प्रत्याशी की और प्रभावित होना स्वभाविक है।
प्रत्याशी कर रहे हैं अपनी-अपनी जीत के दावे
चुनाव प्रचार में अन्नपूर्णा देवी ने लोगों से कहा कि आपका हर वोट देश की तरक्की के लिए होगा। हर वोट महिलाओं एवं देश की सुरक्षा के लिए होगा, आपका हर वोट देश के सम्मान के लिए होगा जो नरेंद्र मोदी के हाथों को मजबूत करेगा। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी के विकास और महिलाओं व देश की सुरक्षा के लिए लाेग मतदान करेगें।।
वहीं विनोद सिंह ने कहा कि भाकपा माले आप लोगों के हर न्याय के साथ खड़ी रहेगी। कभी यहां की समस्याओं को लेकर वर्तमान सांसद मुखर नहीं रहीं, लोगों ने उन्हें अवसर दिया तो क्षेत्र के विकास में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। यह भी कहा कि इस बार कोडरमा बदल की राह पर चल पड़ा है।