गढ़वा। आदमखोर तेंदुए द्वारा गढ़वा में तीन और लातेहार में एक बच्चें की जान लेने के बाद विभाग की ओर से आदमखोर तेंदुए की करायी जा रही खोज में अबतक न तो तेंदुए मिले और न ही उनका कोई सुराग। तेंदुए की खोज के लिए वन विभाग ने हैदराबाद के शिकारी नवाब शफत अली खान को आमंत्रित किया है ।
शफत अली खान अपने चार सदस्यीय टीम के साथ गढ़वा पहुंचे है और आदमखोर तेंदुए की खोज में जुटे है । गढ़वा के रमकंडा,भंडरिया और आतंक बाले जंगली क्षेत्र में अत्याधुनिक कैमरे और उपकरण को स्थापित कर तेंदुए की टोह ली जा रही है ।पिछले एक सप्ताह से यह अभियान जारी चल रहा है। शिकारी शफत अली खान समेत उनके चार सदस्यों बाली टीम गढ़वा वन प्रमंडल गेस्ट हाउस में रह कर तेंदुए की सुराग पाने का प्रयास कर रहा है। परन्तु आदमखोर तेंदुए की एक झलक भी किसी को नही मिल पाई है। शिकारी टीम और वन विभाग के द्वारा जो कैमरे भारी संख्या में लगाये गये है उनमें जो तस्वीर कैद हुई है उनमें जंगली बन्दर, हिरण, लकड़बगा की झलक ही मिल रही है ।
सूत्र से पता चला है की अभियान में प्रतिदिन करीब पचास हजार का खर्च हो रहा है। इसके अलावा वन विभाग के सिनियर ऑफिसर के रहने खाने का खर्च भी लाखों में रहा है अब तक के अभियान में तेंदुए के पैर के चिन्ह पाये जाने का दावा किया जा रहा है परन्तु इस सम्बन्ध में विभाग पुष्टी नही कर रहा । पैर के चिन्ह वन बिलार के भी हो सकते है।