Palamu: उड़ीसा से साड़ी और कपड़ा विक्रेता बनकर छतरपुर में लूटपाट के इरादे से पहुंचे चार अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। वाहन चेकिंग के दौरान दो बाइक पर सवार चारों अपराधी पकड़े गये। दोनों बाइकों पर दो-दो फर्जी नंबर प्लेट लगे हुए पाए गए। पूछताछ में सामने आया कि वे चोरी और लूटपाट की वारदातों को अंजाम देने के लिए जाली नंबर प्लेट का इस्तेमाल कर इलाके की रेकी करते थे। उनके पास से वाहन संबंधित कोई कागजात नहीं मिले।
गिरफ्तार किए गए अपराधियों ने खुलासा किया कि वे बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, उड़ीसा समेत कई राज्यों में खुद को साड़ी और कपड़ा विक्रेता बताकर एक महीने के लिए किराए पर मकान लेते थे। इस दौरान वे क्षेत्र में रेकी करते और मौका मिलते ही दुकानों से चोरी या राह चलते लोगों से लूटपाट कर फरार हो जाते थे। यह गिरोह कई वर्षों से इस तरह की आपराधिक गतिविधियों में लिप्त था।
गिरफ्तार किए गए अपराधियों के पास से सोना और चांदी तौलने वाली दो इलेक्ट्रॉनिक वेट मशीन, रिंच और लोहे का पंच बरामद किया गया। गिरफ्तार अपराधियों में सिद्धांत राव (20 ), करण राव (20 ), शांति दास (31) और मनोज दास (25 ) शामिल हैं, जो सभी उड़ीसा के जाजपुर जिले के पुरबाकोट गांव के निवासी हैं। इनके खिलाफ पहले से भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें छत्तरपुर थाना कांड संख्या 114/24 और 104/2024 के तहत चोरी और लूट के मामले शामिल हैं। इसके अलावा, नावाबाजार थाना में भी इनके खिलाफ धारा 279 के तहत मामला दर्ज है।
छापेमारी के दौरान पुलिस निरीक्षक अनील कुमार रजक और छत्तरपुर थाना के सशस्त्र बल सैट-32 की अहम भूमिका रही। उनकी सक्रियता और सूझबूझ से इस गिरोह का पर्दाफाश किया जा सका। छत्तरपुर थाना पुलिस की तत्परता और सतर्कता से इस गिरोह की गिरफ्तारी हुई।