सरायकेला। ईचागढ़ के पूर्व विधायक अरविंद सिंह उर्फ मलखान सिंह के साले कन्हैया सिंह के हत्याकांड का खुलासा करते हुए पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इसमें कन्हैया सिंह की सगी बेटी अर्पणा सिंह, उसके प्रेमी राजीव सिंह तथा शूटर निखिल गुप्ता शामिल है। सगी बेटी ने ही प्रेमी से मिलकर अपने पिता की हत्या करवाई थी।अपर्णा ने प्यार की राह में पिता को कांटा बनता देख प्रेमी के साथ मिलकर हत्या की साजिश रच डाली।
हाई प्रोफाइल हत्याकांड का खुलासा शुक्रवार को एसपी आनंद प्रकाश ने की । उन्होंने बताया कि विगत 3 साल से हत्याकांड की साजिश चल रही थी। पिता की हत्या के लिए अर्पणा ने अपने प्रेमी को हीरे की अंगूठी दी थी। उसके बाद प्रेमी ने पैसे शूटर को दिया था।
एसपी ने बताया कि एमबीए की पढ़ाई कर रही अपर्णा का राजबीर से प्रेम प्रसंग काफी पहले शुरू हो चुका था। इसकी भनक कन्हैया सिंह को मिली तो बेटी को समझाने की बजाय वे राजबीर के घर जा धमके और उसको पिस्तौल का भय दिखाया। साथ ही उसके परिजनों के साथ गाली-गलौज भी की। तब राजबीर परिवार के साथ आदित्यपुर के मांझी टोला में रहता था।
कन्हैया सिंह की वजह से राजबीर के परिजनों को मांझी टोला छोड़ना पड़ा और वे जमशेदपुर स्थित मानगो के डिमना रोड में शिफ्ट कर गए। तब कन्हैया ने बेटी की शादी अन्यत्र कराने की योजना बनाई और योग्य लड़के की तलाश शुरू कर दी। इससे बेटी अर्पणा और उसके प्रेमी राजबीर की बेचैनी बढ़ गई और दोनों ने मिलकर हत्या की योजना बना डाली। हत्या के लिए शूटर के रूप में राजबीर के साथी निखिल गुप्ता का चयन हुआ। निखिल को कट्टा कांग्रेस नेता छोटेराय किस्कू के बेटे सौरभ किस्कू ने मुहैया कराया था। कट्टा बिहार से मंगाया गया और फिर कन्हैया सिंह का काम तमाम कर दिया गया।
उल्लेखनीय है कि विगत 30 जून को अपराधियों ने ईचागढ़ के पूर्व विधायक अरविंद सिंह उर्फ मलखान सिंह के साले कन्हैया सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी। उस समय अपराधियों की संख्या तीन बताई गई थी। करीब 10 बजे रात में कन्हैया सिंह अपने आदित्यपुर के हरिओम नगर, रोड नंबर पांच स्थित मकान के पास पहुंचे ही थे कि पहले से घात लगाए तीनों अपराधियों ने उन पर फायरिंग कर दी थी, जिससे घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गई थी।