नई दिल्ली
देश के स्कूलों में बने 40% शौचालय या तो मौजूद नहीं है या वे क्रियाशील नहीं है। इस बात का खुलासा नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (कैग) की ओर से बुधवार को संसद में पेश किए गए रिपोर्ट में हुआ है। रिपोर्ट में कहा गया है कि देश के विभिन्न स्कूलों में बनाए गए लगभग 40% शौचालय क्रियाशील नहीं है। इसे लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने केंद्र पर निशाना साधते हुए सवाल किया है कि आखिर जब स्कूलों में बनाए गए 40% शौचालय अस्तित्व में नहीं है या उनका आंशिक निर्माण ही हुआ है तो फिर देश को ओडीएफ कैसे घोषित कर दिया गया है।
कैग की रिपोर्ट पर पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने ट्वीट कर लिखा है कि कैग के सर्वेक्षण में स्कूलों में बनाए गए शौचालयों में 40% शौचालय गैर मौजूद या गैर कार्यात्मक हैं तो भारत को खुलें में शौच मुक्त कैसे घोषित किया गया है। उल्लेखनीय है कि कैग द्वारा स्कूलों में शौचालयों के निर्माण को लेकर पेश किए गए रिपोर्ट में कहा गया है कि 2326 शौचालयों में से 1812 में पानी की व्यवस्था नहीं है। 1812 शौचालयों में 715 की सफाई ही नहीं होती है। ऐसे में सरकारी स्कूलों के 75 फ़ीसदी शौचालयों में सफाई, साबुन, पानी की व्यवस्था ठीक तरीके से नहीं है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि 3 फ़ीसदी से अधिक शौचालयों का उपयोग इसलिए नहीं होता क्योंकि यहां सफाई की सुविधा नहीं है। इनमें कई शौचालय ऐसे स्कूलों में बने हैं जहां लड़कियां भी पढ़ती है।