Ranchi: रांची के पूर्व डीसी और समाज कल्याण विभाग के निदेशक छवि रंजन को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है। करीब 10 घंटे पूछताछ की बाद आईएएस छवि रंजन को ईडी ने गिरफ्तार किया है। राॅंची में सेना की जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के केस में ईडी ने छवि रंजन को दूसरी बार पूछताछ के लिए बुलाया था, जिसके बाद देर शाम छवि रंजन को गिरफ्तार कर लिया गया है।ईडी मुख्यालय में छवि रंजन के वकील पुरी टीम के साथ पहुंचे है।पूछताछ में करीब एक दर्जन जमीन के बारे में जानकारी लेने का ईडी ने प्रयास किया। कई जमीन दलालों के और छवि रंजन के बैंक अकाउंट से ट्रांजैक्शन होने के सबूत मिले हैं। हालांकि छवि रंजन ने ईडी को बताया कि रजिस्ट्री का सारा दारोमदार सब रजिस्टार पर छोड़ दिए थे।
पूर्व के दो समन पर जब आईएएस अधिकारी छविरंजन पूछताछ के लिए ईडी कार्यालय नहीं पहुंचे तो ईडी ने तीसरा समन भेजकर 24 अप्रैल को रांची स्थित जोनल कार्यालय में बुलाया था। इस दौरान करीब 10 घंटे के पूछताछ में आईएएस छवि रंजन अधिकतर सवालों के जवाब ठीक से नहीं दे पाए, कई सवालों पर चुप्पी साध ली। छवि रंजन से ईडी ने उनके और आश्रितों से जुड़ी सारी संपत्ति के रिकॉड भी मांगा था।
छवि रंजन को भूमि घोटाले में गिरफ्तार लोगों को सामने बैठाकर भी पूछताछ की गई थी। पूछताछ में बताया था कि जमीन के मूल दस्तावेज में छेड़छाड़ की गई है। रांची के तत्कालीन डीसी छवि रंजन के निर्देश पर उनलोगों ने गलत दस्तावेज बनाए। इसके लिए पैसे भी मिले थे। प्रशासन की ओर से जमीन पर कब्जा दिलाने में भी सहयोग किया जाता था। छवि रंजन के विरुद्ध ईडी को गिरफ्तारी के लिए पर्याप्त साक्ष्य भी मिले थे।
इस दौरान उनसे सबसे पहले सेना के कब्जेवाली जमीन की खरीद-बिक्री में उनकी भूमिका से संबंधित सवाल पूछा गया था। इसके बाद उनके खिलाफ बड़गाईं के अंचल अधिकारी मनोज कुमार द्वारा लगाये गये आरोपों के बारे में पूछा गया। सीओ मनोज कुमार ने पूछताछ में ईडी को बताया था कि उसे प्रदीप बागची द्वारा अंचल कार्यालय में जमा किये गये दस्तावेज पर संदेह था। लेकिन छवि रंजन की ओर से भारी दबाव व दंडित करने की धमकी देने के बाद प्रदीप बागची के पक्ष में रिपोर्ट भेजी गयी थी। इसके बाद जमीन की रजिस्ट्री हुई थी।
उल्लेखनीय है कि ईडी ने 13 अप्रैल को सेना के जमीन घोटाले मामले में रांची के पूर्व ईडी छवि रंजन सहित बंगाल, झारखंड और बिहार सहित 22 ठिकानों पर छापेमारी की थी। छापेमारी के दौरान ईडी ने सात लोगों को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार लोगों में कारोबारी प्रदीप बागची, सीआई भानु प्रताप, अफसर अली, इम्तियाज खान, तल्हा खान, फैयाज खान और मोहम्मद सद्दाम शामिल हैं। सभी को ईडी ने रिमांड पर लेकर पूछताछ की थी। इस छापेमारी में ईडी के हाथ कई जमीन से जुड़े कागजात हाथ लगे थे।
छवि रंजन की गिरफ्तारी के बाद बाबूलाल मरांडी ने ट्वीट कर सरकार पर बोला हमला
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि ज़मीन घोटालेबाज़ राँची के पूर्व डीसी छवि रंजन को #ED द्वारा गिरफ़्तार करने की खबर से यह उजागर हुआ है कि हेमंत राज में कैसे कागजातों की हेराफेरी कर ज़मीन लूट के लिये सत्ता के साये में एक गिरोह का नेटवर्क काम करता था।
मेरा दावा है कि इतने बड़े पैमाने हुए घोटाले में छवि रंजन अकेले नहीं हैं। इनके गोरखधंधे में दलाल, बिचौलियों और सत्ता से जुड़े लोगों के साथ ही पुलिस और प्रशासन के कई छोटे-बड़े लोग शामिल हैं जो दिन के उजाले ही नहीं रात के अंधेरे में भी ज़मीन लूटने का धंधा करवा कर लूट के माल में हिस्सा लेते थे।
कोडरमा में पेड़ कटाई को लेकर चर्चा में आए थे छवि रंजन
भाजपा की रघुवर दास सरकार में कोडरमा उपायुक्त रहते छवि रंजन मरकच्चो जिला परिषद के डाक बंगला से बेशकीमती पेड़ों की कटाई के मामले में चर्चा में आए थें। विधानसभा में मामला उठने के बाद सरकार की ओर से कराई गई जांच में मामला सही पाया गया था। जिसके बाद इनका तबादला कर दिया गया था। यह मामला अभी एसीबी में चल रहा है।