रांची।
पुलिस ने वरीय अधिवक्ता मनोज झा की हत्या मामले में पश्चिम बंगाल और उड़ीसा सहित अन्य ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी कर हत्या में शामिल पांच और अपराधियों को हथियार के साथ गिरफ्तार किया है। इसमें रांची के सोनू अंसारी, इमदाद अंसारी उर्फ मुन्ना अंसारी, रिजवान अंसारी और सरायकेला के संजीत मांझी व पश्चिम बंगाल के शकील अंसारी शामिल है। इनके पास से एक देशी पिस्टल,तीन जिंदा कारतूस, एक बोलेनो कार, एक मोटरसाइकिल और मोबाइल बरामद किया है।
एसएसपी रांची सुरेंद्र झा ने सोमवार को प्रेसवार्ता में बताया कि बीते 26 जुलाई को तमाड़ थाना क्षेत्र के रड़गांव में चर्च रोड रांची निवासी अधिवक्ता मनोज झा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए बुंडू डीएसपी अजय कुमार और हेडक्वार्टर डीएसपी- एक नीरज कुमार के नेतृत्व में विशेष अनुसंधान टीम( एसआईटी) का गठन किया गया था। एसआईटी टीम ने बंगाल, उड़ीसा और सरायकेला में छापेमारी करते हुए हत्या की घटना में शामिल पांच अपराधियों को गिरफ्तार किया। जबकि हत्या में शामिल मुख्य आरोपी अफसर आलम उर्फ छोटू अब भी फरार है। अफसर की गिरफ्तारी के लिए पुलिस संभावित ठिकाने पर लगातार छापेमारी कर रही है।
जेवियर स्कूल ने उस जमीन को रड़गांव के शेख रजा के वंशजों से 2007 में खरीदा था।उसी समय गांव के कुछ लोगों ने इस संबंध में कोर्ट में आवेदन दिया था। तभी से मामला कोर्ट में चल रहा था। अधिवक्ता मनोज झा संत जेवियर कॉलेज प्रबंधक की ओर से रड़गांव की जमीन का देखभाल कर रहे थे। जबकि उस भूखंड पर अपराधी अफसर आलम उर्फ छोटू उर्फ लंगड़ा अपने सहयोगियों के साथ दावा करता था। न्यायालय ने विवाद में संत जेवियर कॉलेज प्रबंधन के पक्ष में फैसला सुनाया था। तब अपराधियों ने अधिवक्ता को ही रास्ते से हटाने की योजना बनाई, ताकि जमीन हथियाने का रास्ता साफ हो सके। इस योजना के तहत रडगांव में अधिवक्ता मनोज झा की हत्या कर दी। छापेमारी दल में एसडीपीओ अजय कुमार, डीएसपी नीरज कुमार सहित इंस्पेक्टर रमेश कुमार, एसआई प्रेम प्रकाश, मुकेश हेंब्रम, विष्णुकांत व सशस्त्र बल के जवान शामिल थे। मौके पर एसपी नौशाद आलम सहित अन्य मौजूद थें।