करीमगंज (असम) ।
दक्षिण असम के पथारकांदी में दूसरे चरण के मतदान खत्म होने के बाद भाजपा विधायक के बोलेरो वाहन से ईवीएम मिलने के मामले में चुनाव आयोग ने चार मतदान कर्मियों को निलंबित करते हुए उनके खिलाफ एफ आई आर दर्ज करने का निर्देश दिया है। वहीं आयोग ने मतदान केंद्र 149 पर पुर्नमतदान के आदेश दिए है। जबकि ईवीएम ले जाने का वीडियो वायरल होने के बाद आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू है। वीडियो वायरल होने पर पथारकांदी के भाजपा विधायक व उम्मीदवार कृष्णेन्दु पाल पर आरोप लगा जिस पर उन्होंने कहा कि इस मामले में उनका कुछ भी लेना देना नहीं है।
ईवीएम रताबारी विधानसभा क्षेत्र की है जबकि मेरा विधानसभा क्षेत्र पथारकांदी है। जबकि पोलिंग पार्टी 149-इंदिरा एमवी स्कूल के मतदान कर्मियों का कहना है कि उनका वाहन करीमगंज जिले के निलाम बाजार थाना के एनएच पर खराब हो गया था, जिसकी सूचना जिलाधिकारी को दे दी गई थी। पर काफी देर तक प्रशासन की गाड़ी नहीं पहुंची। ईवीएम लेकर सड़क पर खड़ा रहना जोखिम था। लिहाजा एक निजी वाहन से लिफ्ट मिलने पर वे ईवीएम के साथ रवाना हुए। इस पर लोगों ने हंगामा मचाना शुरू किया और वीडियो बनाकर वायरल की। हंगामा कर रहे लोगों को जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने समझाने की कोशिश की पर वे नहीं माने। अंतत: पुलिस ने दो राउंड हवाई फायरिंग की। तब मामला शांत हुआ।
कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी समेत प्रद्युत बरदलै, सांसद गौरव गोगोई, पार्टी के असम प्रभारी जितेंद्र सिंह ने वायरल वीडियो को ट्विटर के जरिए शेयर कर इस मुद्दे को हवा दे दी। प्रियंका वाड्रा ने ट्वीट कर चुनाव आयोग को इस मामले को गंभीरता से लेने सहित कार्रवाई व पुनर्मूल्यांकन करने को कहा है। उन्होंने कहा कि हर बार इसी तरह के मामले सामने आते हैं। हर बार वाहन भाजपा नेताओं के होते हैं। यह गंभीर मामला है। जबकी केंद्रीय गृह मंत्री अमीत शाह ने कहा की चुनाव आयोग इस मामले में कार्रवाई करने के लिए सक्षम है। विधिसम्मत कार्रवाई चुनाव आयोग करें।