रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा और अन्य लोगों के ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी की है। छापेमारी साहिबगंज और रांची जिले में नौ ठिकानों पर मारे गए हैं। बताया जा रहा है कि ईडी की टीम शुक्रवार सुबह पौने सात बजे साहिबगंज पहुंची। करीब एक दर्जन टीम छापामारी में लगी हैं। रांची के मोरहाबादी में भी ईडी ने छापा मारा है। पंकज मिश्रा के अलावा उनके करीबी कहे जाने वाले मिर्जाचौकी स्थित कारोबारी राजू, पतरु सिंह और ट्विंकल भगत के घर पर भी ईडी की टीम छापेमारी कर रही है। इसके अलावा बरहरवा में भी कृष्णा साह समेत तीन पत्थर व्यवसायियों के यहां छापेमारी कर रही है। वेदु खुडनिया, छोटू यादव,बिनोद शाह,दाहू यादव के ठिकानों पर भी छापेमारी जारी है। ये सभी पंकज मिश्रा के काफी करीबी माने जाते हैं। प्रारंभिक तौर पर बताया जा रहा है कि अवैध खनन के मामले में छापेमारी चल रही है।
साहिबगंज जिले के बरहरवा में जून 2020 के टेंडर विवाद में एक केस दर्ज किया गया था, जिसे ईडी ने टेकओवर कर लिया है। बरहरवा का यह केस शंभु नंदन कुमार उर्फ शंभु भगत ने दर्ज कराया था। उन्होंने टेंडर विवाद के मामले में बरहरवा थाने में मंत्री आलमगीर आलम और पंकज मिश्रा के इशारे पर मारपीट करने की प्राथमिकी दर्ज करायी थी। लेकिन दोनों ही आरोपितों को साहिबगंज पुलिस ने क्लीन चिट दे दी थी।आईएएस पूजा सिंघल प्रकरण में भी कई बार पंकज मिश्रा का नाम सामने आया है। 11 मई को झारखंड में मनी लॉन्ड्रिंग केस में आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल को ईडी ने गिरफ्तार किया था। पूजा सिंघल फिलहाल सलाखों के पीछे हैं।
उल्लेखनीय है कि ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पंकज मिश्रा पर बीते चार जून को केस दर्ज किया था। उन पर साहिबगंज जिले के बरहरवा थाने में वर्ष 2020 में प्राथमिकी दर्ज किया गया था। इसी तहत उन्हें अभियुक्त बनाया गया है। इस मामले में ईडी ने शंभु नंद कुमार का बयान भी दर्ज किया था। शंभु ने ईडी को दिये अपने बयान में राज्य के कैबिनेट मंत्री आलमगीर आलम का नाम लिया था।