Ranchi: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने झारखंड में अपनी कार्रवाई में तेजी लाई है। ईडी ने शुक्रवार को हजारीबाग निवासी मोहम्मद इजहार अंसारी के आवास पर छापेमारी के दौरान आईएएस पूजा सिंघल से जुड़े तीन करोड़ रुपये जब्त किए। अंसारी कहकशा समूह की कंपनियों को नियंत्रित करते हैं। ईडी रांची के हरमू स्थित ब्लू सिप्रा अपार्टमेंट, रामगढ़ और हजारीबाग के कई ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक राजधानी रांची सहित रामगढ़ में भी ईडी की अलग-अलग टीम की छापेमारी चल रही है। ईडी ने जेएसएमडीसी के पूर्व प्रोजेक्ट मैनेजर अशोक कुमार सिंह के अलग-अलग ठिकानों पर छापा मारा है।
सूत्रों ने बताया कि अंसारी तत्कालीन खनन विभाग पूजा सिंघल की ओर से कट मनी को इकट्ठा और प्रबंधित करते थे। पूजा को मनरेगा घोटाले के सिलसिले में उन्हें पिछले साल मई में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार किया था। वह सुप्रीम कोर्ट द्वारा दी गई अस्थायी जमानत पर हैं। यह छापेमारी कैप्टिव कोयला खपत मामले में विसंगतियों की जांच के लिए की गई थी। इस संबंध में झारखंड राज्य खनिज विकास निगम (जेएसएमडीसी) के पूर्व कोयला एवं बालू प्रभारी अशोक कुमार सिंह के खिलाफ भी छापेमारी की गई।
छापेमारी से पूजा सिंघल की परेशानी बढ़ सकती है। क्योंकि, वह जेएसएमडीसी के प्रबंध निदेशक के पद पर काबिज थीं। अशोक कुमार सिंह पूजा सिंघल का नजदीकी बताए जाते हैं। सूत्रों ने बताया कि पूजा सिंघल जेएसएमडीसी के रियायती कोल का फर्जी आवंटन करती थीं। फिर आवंटित कोयले की तस्करी होती थी। इजहार के नाम पर 12 से अधिक शेल कंपनियां बताई जा रही है। अशोक सिंह की नियुक्ति जेएसएमडीसी में कॉट्रेक्ट पर की गयी थी। बताया जाता है कि इन्हें निलंबित आईएएस पूजा सिंघल का संरक्षण प्राप्त था।अशोक के कुछ और ठिकाने को ईडी ने चिन्हित किया है।रांची में एक सीनियर आईएएस भी जांच के दायरे में है।आईएएस सी बीआई के जांच के घेरे मे है। अशोक कुछ ब्यूरो क्रेट की काली कमाई का भंडारण करते थे और उन्हे खाते भी थे।