Ranchi: रांची के बरियातू स्थित सेना के जमीन घोटाले मामले में गिरफ्तार आरोपित कोलकाता के कारोबारी अमित अग्रवाल और दिलीप घोष को कड़ी सुरक्षा के बीच गुरुवार को ईडी के विशेष न्यायाधीश दिनेश राय की कोर्ट में पेश किया गया। ईडी ने कोर्ट से रिमांड के लिए पांच दिनों की इजाजत मांगी थी लेकिन अदालत ने दोनों को बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार (जेल) भेज दिया। रिमांड पर शुक्रवार को सुनवाई होगी। उल्लेखनीय है कि इन दोनों की गिरफ्तारी बुधवार को देर रात कोलकाता से हुई थी ।
रांची के बड़गाईं अंचल के बरियातु स्थित सेना के कब्जे वाली जमीन की खरीद बिक्री की जांच ईडी कर रही है। इस मामले में अब तक ईडी रांची के पूर्व डीसी छवि रंजन सहित आठ लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। सेना के कब्जे वाली जमीन के दस्तावेज में फर्जीवाड़ा कर बेचने वाले कथित रैयत प्रदीप बागची ने जिस जगतबंधु टी इस्टेट को सेना के कब्जे वाली जमीन की रजिस्ट्री की थी उस कंपनी में अमित अग्रवाल भी दिलीप घोष के सहयोगी हैं। दिलीप घोष को ईडी ने पहले समन किया था लेकिन वे नहीं पहुंचे थे।
जमीन घोटाले में पूर्व में गिरफ्तार कर जेल भेजे गये जमीन कारोबारी अफसर खान ने ईडी के सामने निलंबित आईएएस छवि रंजन की पोल खोली थी। उसने ईडी को बताया था कि उसके सामने प्रदीप बागची के पक्ष में कागजात तैयार करने के लिए छवि रंजन ने अमित अग्रवाल और प्रेम प्रकाश की उपस्थिति में तत्कालीन बड़गाईं अंचलाधिकारी मनोज कुमार को आदेश दिया था। ईडी रांची के पूर्व डीसी छवि रंजन, बड़ागाईं अंचल के राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद, कथित रैयत प्रदीप बागची, जमीन कारोबारी अफसर अली, इम्तियाज खान, तल्हा खान, फैयाज खान और मोहम्मद सद्दाम को गिरफ्तार कर चुकी है।