Dumka: श्रावणी मेले के दूसरी सोमवारी को बासुकीनाथ केसरिया रंग में सराबोर रहा। सावन माह के दूसरी सोमवारी काे बड़ी संख्या में श्रद्धालु बाबा बासुकीनाथ के जलार्पण के लिए पहुंचे थे। दूसरी सोमवारी को शाम 5 बजे तक 107582 श्रद्धालुओं ने बाबा फौजदारी नाथ पर जलार्पण किया। वहीं 675 डाक बम श्रद्धालुओं ने जलार्पण किया। करीब 10 लाख का बाबा बासुकीनाथ पर श्रद्धालुओं ने विभिन्न माध्यम से चढ़ावा चढ़ाया। पूरे मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं की चहल-पहल देर रात से ही दिखाई देखी जा रही थी।
श्रद्धालुओं ने देर रात से ही कतारबद्ध होना प्रारंभ कर दिया था। शिवगंगा के किनारे श्रद्धालु देर रात से ही दिखाई दे रहे थे। डीसी आंजनेयुलु दोड्डे पूरी रात मेला के विधि व्यवस्था पर नजर बनाये हुए थे। डीसी देर रात्रि तक सोमवारी को लेकर बासुकीनाथ आनेवाले श्रद्धालु को सुगमतापूर्वक जलार्पण करने के लिए अधिकारियों को महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश लगातार दे रहे थे।
दूसरी सोमवारी को प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारी एवं पुलिस अधिकारी अपने-अपने कर्तव्य स्थल पर उपस्थित दिखे। जिला प्रशासन सूचना जनसम्पर्क विभाग द्वारा बनाये गये रौशनी युक्त एवं हवादार सभी निःशुल्क आवासन केन्द्र पूरी तरह से श्रद्धालुओं से भरा रहा। श्रद्धालु सुबह बाबा पर जलार्पण करने के लिए विश्राम कर रहे थे। पूरे कांवरिया रुट लाइन एवं मेला क्षेत्र श्रद्धालुओं से भरा रहा। सूचना जनसम्पर्क विभाग के सभी आवासन केन्द्र एवं शिविर में सूचना सहायता कर्मियों को हर दिन की भांति दूसरी सोमवारी को भी श्रद्धालुओं की सेवा में देखा गया। ध्वनि विस्तारक यंत्र के माध्यम देर रात्रि से ही बिछड़ो को मिलाया जा रहा था। सुबह 4ः10 मिनट पर पुरोहित पूजा के बाद अर्घा के माध्यम से जलार्पण प्रारंभ हुआ। श्रद्धालु कतारबद्ध होकर शांतिपूर्ण ढंग से बाबा पर जलार्पण कर रहे थे।
किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सुरक्षाकर्मी एवं दंडाधिकारी मंदिर परिसर में तैनात थे। डीसी ए दोड्डे ने प्रशासनिक भवन स्थित कंट्रोल रुम से पूरे विधि व्यवस्था का जायजा लेते रहे। डीसी ने प्रतिनियुक्त सुरक्षा कर्मीयों को निर्देश दिया कि श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए ध्यान रखें कि महिला एवं पुरुष के कतार में किसी प्रकार की घुसपैठ नही हो सके। सोमवारी को देखते हुए डाक बम, शीघ्र दर्षनम, बोल बम श्रद्धालुओं के जलार्पण के लिए अलग-अलग व्यवस्था की गई थी। डीसी द्वारा रुट लाइन का भी निरीक्षण किया गया।
इस दौरान रुट लाइन में प्रतिनियुक्त पुलिस पदाधिकारियों एवं दंडाधिकारियों को पूरी तत्परता से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने का निदेश दिया। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कठिनाई नहीं हो, श्रद्धालु सुगमतापूर्वक जलार्पण करे, इसे सुनिश्चित करें। किसी एक स्थान पर भीड़ एकत्र नहीं हो इसका ध्यान रखें। श्रद्धालुओं के साथ व्यवहार बेहतर रहे, एक बेहतर संदेश लेकर श्रद्धालु वापस जाएं, इसका ध्यान रखा जाये। बासुकीनाथ स्थित शिवगंगा में एनडीआरएफ की टीम देर रात से ही तैनात थी। स्वास्थ्य शिविरों में स्वास्थ्य कर्मी देर रात से उपस्थित थे।