पटना।
शराब बिक्री के मामले में गिरफ्तार धर्मेंद्र मांझी की हुई पुलिस हिरासत में मौत का मामला तूल पकड़ने लगा है। गौरीचक पुलिस ने उसे 8 जनवरी को गिरफ्तार किया था। इस घटना को लेकर मृतक के परिजन और ग्रामीणों ने रविवार को पटना -मसौढ़ी मार्ग जाम कर आगजनी करते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। परिजनों का आरोप है कि धर्मेंद्र की मौत पुलिस की पिटाई से हुई है।
जानकारी अनुसार कानूनी तौर पर पुलिस को गिरफ्तार व्यक्ति को 24 घंटे के अंदर कोर्ट के समक्ष पेश करना था। पर पुलिस की लापरवाही के कारण उसे समय पर पेश नहीं किया जा सका और उसे दोबारा थाने के हाजत में रख दिया गया। लॉकअप में उसकी हालत खराब होने लगी, उसके बाद उसे गौरीचक सीएससी लाया गया। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस का कहना है कि लॉकअप में उसकी तबीयत खराब हो गई थी। जिसके कारण उसकी मौत हो गई। वहीं मृतक की बहन रेखा देवी और परिजनों का आरोप है कि थाने में धर्मेंद्र के साथ पुलिस कर्मियों ने बेरहमी से पिटाई की जिसके कारण उसकी मौत हो गई। घटना के बाद इलाके में पुलिस के खिलाफ गुस्सा भड़क गया है।