नवादा।
हत्या के मामले में नवादा मंडल कारा में बंद विचाराधीन कैदी महेश सिंह की मौत मंगलवार को हो गई। मृतक पकरीबरांवा प्रखंड के डोला गांव के निवासी थे। मृतक के पुत्र ने बुधवार को इस मामले में सीधे सीधे जेल अधिकारियों को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि उनकी लापरवाही के कारण ही उसके पिता की मौत हुई है। मृतक के पुत्र राहुल कुमार ने बताया कि उसके पिता के इलाज में लापरवाही बरती गई। बेहतर चिकित्सा के लिए रेफर किए जाने के बावजूद वाहन उपलब्ध नहीं होने के कारण उसके पिता की मौत हुई है। उसने बताया कि 7 जून सोमवार की रात को अचानक उसके पिता की तबीयत बिगड़ने पर जेल प्रशासन ने सदर अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें दूसरे दिन सुबह पटना के लिए रेफर कर दिया गया। शाम तक जेल प्रशासन द्वारा वाहन उपलब्ध नहीं कराए गए और उसके पिता को समय पर बाहर नहीं ले जाया जा सका। इस कारण उनकी मौत हो गई।
वही कार अधीक्षक अभिषेक कुमार पांडे ने बताया कि कारा प्रशासन की ओर से किसी भी प्रकार से विलंब नहीं किया गया। कैदी महेश सिंह पूर्व से ही बीमार चल रहे थे। कैदी खून की कमी की समस्या से जूझ रहे थे। पटना व दिल्ली तक इलाज कराया गया था। समय पर उसे सदर अस्पताल पहुंचाया गया पर उन्हें नहीं बचाया जा सका। मालूम हो कि वर्ष 2005 में ही महेश सिंह को हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया था तब से वह जेल में था।