झारखंड में इंडिया गठबंधन के बीच सीट बंटवारे को लेकर चल रही नाराजगी खत्म होती नजर नहीं आ रही है। पहले राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के साथ मतभेद सामने आए थे और अब भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) यानी भाकपा माले ने भी अपने रुख को स्पष्ट कर दिया है। माले ने झारखंड में आठ विधानसभा सीटों पर अपना दावा ठोका है और गठबंधन को स्पष्ट चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वे स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं।
माले ने गठबंधन से आठ सीटों की मांग की
सोमवार को आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में भाकपा माले ने खुलकर अपनी दावेदारी जताते हुए झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए आठ सीटों की मांग की है। इनमें बगोदर, राजधनवार, निरसा, सिंदरी, जमुआ, झरिया, मांडू और पलामू प्रमंडल की पांकी सीट शामिल हैं। माले का मानना है कि इन क्षेत्रों में उनका मजबूत जनाधार है और यहां से वे बेहतर परिणाम ला सकते हैं।
माले नेताओं ने यह भी स्पष्ट किया कि अगर इन मांगों को नजरअंदाज किया गया, तो पार्टी स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ेगी। राज्य सचिव मनोज भक्त ने कहा, “हमने झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और कांग्रेस के सामने अपना स्टैंड साफ कर दिया है। बिहार में हमारी भूमिका इसका उदाहरण है। अगर हमें अवसर मिला, तो हम गठबंधन के लिए महत्वपूर्ण नतीजे दे सकते हैं।”
भाजपा को हराने के लिए समझौते के लिए तैयार
माले ने यह भी स्पष्ट किया है कि वे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को सत्ता से बाहर करने के लिए गठबंधन के साथ समझौते के लिए तैयार हैं, लेकिन इसके लिए उन्हें अपनी प्रमुख सीटों पर अवसर चाहिए। केंद्रीय कमेटी सदस्य जनार्दन प्रसाद ने कहा, “हमने 13 सीटों पर ठोस तैयारी की है, लेकिन भाजपा को हराने के लिए हम आठ सीटों पर समझौता करने को तैयार हैं।”
प्रसाद ने कहा कि झारखंड विधानसभा चुनाव में भाजपा को सत्ता से बेदखल करने के लिए पार्टी गंभीर प्रयास कर रही है। उन्होंने यह भी बताया कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के व्यस्त कार्यक्रम के कारण अभी बातचीत अधूरी है, लेकिन वे जल्द ही एक और बैठक करने की उम्मीद कर रहे हैं।
झामुमो और कांग्रेस को स्वतंत्र चुनाव लड़ने की चेतावनी
माले के नेताओं ने यह भी कहा कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वे गठबंधन से अलग होकर स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने के लिए मजबूर होंगे। उन्होंने कहा कि पार्टी की ओर से महागठबंधन के सामने यह स्पष्ट कर दिया गया है कि वे अपने जनाधार वाले क्षेत्रों से चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं। पोलित ब्यूरो सदस्य हलधर महतो और केंद्रीय कमेटी सदस्य शुभेंदु सेन ने भी कहा कि पार्टी भाजपा को हराने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है, लेकिन इसके लिए उचित सीटों का आवंटन आवश्यक है।
जमुआ सीट पर टकराव की स्थिति
हालांकि, इंडिया गठबंधन की ओर से माले को बगोदर, राजधनवार, निरसा और सिंदरी सीटों की पेशकश की गई है, लेकिन माले जमुआ सीट पर भी जोर दे रही है। यह सीट गठबंधन में माले के खाते में जाएगी या नहीं, इस पर अभी स्थिति साफ नहीं है, और इसे लेकर गठबंधन के भीतर तनाव बढ़ सकता है.