नवादा।
नाले के झगड़े की शिकायत करने पहुंचे अधिवक्ता के साथ थाने में मारपीट करने के मामले में नवादा के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत ने शनिवार को गोविंदपुर थाना के प्रभारी के विरूद्ध कई संगीन धाराओ में संज्ञान लिया है। 13 दिसंबर को नाली के झगड़े की शिकायत करने अधिवक्ता दिनेश यादव गोविंदपुर थाना गए थे, जहां कुर्सी पर बैठने का आरोप लगाते हुए थाना प्रभारी डा. नरेंद्र प्रसाद ने उन्हें घसीट घसीट कर पीटा। मालूम हो कि घटना पर आक्रोशित जिला अधिवक्ता संघ के महासचिव संत शरण शर्मा, अधिवक्ता इश्वरी प्रसाद शर्मा, मोहम्मद तारिक आदि ने जिला एवं सत्र न्यायाधीश से मिलकर थाना प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने पर हड़ताल पर जाने का अल्टीमेटम दिया था।
पीड़ित अधिवक्ता दिनेश यादव ने बताया कि थाना प्रभारी ने मारपीट कर उनकी जेब से रूपए छीनने का भी प्रयास किया। घटना को लेकर पीड़ित अधिवक्ता की ओर से मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में 15 दिसंबर को परिवाद पत्र दाखिल किया है। परिवाद पत्र के परीक्षण के बाद प्रथम दृष्टया थाना प्रभारी को दोषी पाकर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी ने उसके विरूद्ध भादवि की विभिन्न धाराओ में संज्ञान लिया है।
न्यायालय ने थाना प्रभारी को न्यायालय में हाजिर होने के सम्मन भी जारी किया गया है। इधर संघ द्वारा इस मामले में जिले के एसपी पर भी दबाब डालने की रणनीति बनाई जा रही है। विभाग के स्तर पर थाना प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई नहीं किए जाने पर चरणबद्ध आंदोलन चलाने पर भी विचार किया जा रहा है।