Ranchi News:- मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को 11 जुलाई से शुरू हो रहे विश्व प्रसिद्ध राजकीय श्रावणी मेले की तैयारियों की समीक्षा को लेकर श्रीकृष्ण लोक प्रशासन संस्थान में उच्च स्तरीय बैठक की। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी तैयारियां समय पर पूरी हों। उन्होंने कहा कि श्रावणी मेला आस्था का बड़ा केंद्र है। यहां देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु आते हैं। इस बार करीब 50 लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रद्धालुओं को बेहतर अनुभव मिले, इसके लिए मेला क्षेत्र में नई सुविधाएं जोड़ी जाएं। मेला और भी भव्य रूप में आयोजित हो। उन्होंने कहा कि सुरक्षा, स्वच्छता, विश्राम, पेयजल, बिजली, शौचालय, स्नानागार, यातायात और स्वास्थ्य की व्यवस्था मजबूत हो। सभी विभाग आपसी समन्वय से काम करें। मुख्य सचिव को निर्देश दिया कि वे तैयारियों की मॉनिटरिंग करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मेला रूट में खाली पड़ी जमीन को लेकर रैयतों से बात करें। यदि वे तैयार हों तो वहां विश्राम गृह, शौचालय और स्नानागार बनाएं। मेला खत्म होने के बाद जमीन की सफाई कर रैयतों को लौटा दें। महिलाओं और बच्चों के लिए अलग से रहने और भोजन की व्यवस्था हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा बैद्यनाथ धाम और बासुकीनाथ धाम में लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं। ऐसे में भीड़ नियंत्रण और ट्रैफिक मैनेजमेंट जरूरी है। मेला रूट में पर्याप्त सुरक्षा बल तैनात हों। वाहनों की गति सीमा तय हो और उसका सख्ती से पालन हो। ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों की पहचान के लिए हाई डेफिनेशन कैमरे लगाए जाएं।
मुख्यमंत्री ने क्यूआर बेस्ड कंप्लेन सिस्टम शुरू करने का निर्देश दिया। ताकि श्रद्धालु तुरंत शिकायत दर्ज करा सकें। शिकायतों का त्वरित समाधान हो। मेला प्रबंधन को लेकर मुख्यमंत्री ने कई अन्य जरूरी निर्देश भी दिए।
बैठक में मंत्री सुदिव्य कुमार, विधायक सुरेश पासवान, विधायक देवेंद्र कुंवर, मुख्य सचिव अलका तिवारी, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव अविनाश कुमार, प्रधान सचिव मस्त राम मीणा, प्रधान सचिव वंदना दादेल, पुलिस महानिदेशक अनुराग गुप्ता, सचिव मनोज कुमार और बाबा बैद्यनाथ धाम-बासुकीनाथ तीर्थ क्षेत्र विकास प्राधिकार के सदस्य मौजूद थे।