रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा को ईडी की टीम ने हिरासत में ले लिया है। पंकज मिश्रा को उत्तराखंड से पकड़ा गया है। ईडी की टीम उन्हें दिल्ली लाकर पूछताछ कर रही है। ईडी की टीम शुक्रवार सुबह से उनके ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। सांसद निशिकांत दुबे ने शुक्रवार को ट्वीट कर इस मामले की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ईडी की छापेमारी होटल और रेस्टोरेंट समेत उनके कई ठिकानों पर जारी है। ईडी की इस कार्रवाई को पूजा सिंघल प्रकरण से जोड़ कर देखा जा रहा है।
छापेमारी में बेलभद्री पहाड़ और चुहिया पहाड़ में पत्थर खनन का काम करने वाले हीरा भगत नाम के एक कारोबारी के आवासीय परिसर से तीन करोड़ रुपये की नकदी बरामद हुई। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के आवास पर छापेमारी के दौरान संपत्ति के कागजात और अन्य दस्तावेज जब्त किए गए हैं। ईडी के मुताबिक पंकज मिश्रा ( साहिबगंज आवास), कन्हैया खुरानिया, पत्थर व्यवसायी (साहिबगंज आवास), दाहु यादव, एलसीटी फेरी सेवा के संचालक (साहिबगंज आवास), कृष्ण कुमार साह, पत्थर व्यवसायी (बरहरवा), भावेश भगत, ठेकेदार (बरहरवा), भगवान भगत, पत्थर व्यवसायी (बरहरवा) सोनू सिंह, पत्थर व्यवसायी (राजमहल), निमाई सिल, ट्रक ऑनर (बरहेट), पतरु सिंह, पत्थर व्यवसायी (मिर्जाचौकी ), सुब्रतो पॉल, पत्थर व्यवसायी ( बरहरवा), ट्विंकल भगत सहित अन्य स्थानों पर छापेमारी की जा रही है। लगभग 15 स्थानों पर छापेमारी की गयी है।
ईडी को संदेह है कि बरामद नकदी अवैध खनन का एक हिस्सा थी और यह पंकज मिश्रा की भी हो सकती है, जिनसे वर्तमान में ईडी दिल्ली में पूछताछ कर रही है। बताया गया है कि सिंघवाहिनी ट्रांसपोर्ट के मालिक दाहू यादव पंकज मिश्रा के एक अन्य प्रमुख सहयोगी हैं, जिनके परिसरों पर ईडी ने छापेमारी की है। ईडी अधिकारियों को दीवार में लोहे का लॉकर लगा मिला। मैकेनिक को ताला खोलने के लिए बुलाया गया था। ईडी की टीम ने सोनू सिंह के नीलकोठी परिसर की तलाशी ली। शुरुआत में उनके निजी गार्डों ने ईडी के अधिकारियों द्वारा घर की तलाशी लेने पर आपत्ति जताई थी। हालांकि, छापेमारी अब भी जारी है।
उल्लेखनीय है कि ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पंकज मिश्रा पर बीते चार जून को केस दर्ज किया था। उनपर साहिबगंज जिले के बरहरवा थाने में वर्ष 2020 में प्राथमिकी दर्ज किया गया था। इसी के तहत उन्हें आरोपित बनाया गया है। इस मामले में ईडी ने शंभु नंद कुमार का बयान भी दर्ज किया था। शंभु ने ईडी को दिये अपने बयान में राज्य के कैबिनेट मंत्री आलमगीर आलम का नाम लिया था।