नई दिल्ली।
भारतीय क्षेत्र के चुशुल में भारत और चीन के बीच शुक्रवार को 8वें दौर की सैन्य वार्ता शुरू हुई है। भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व सेना की 14वीं कोर के नए कमांडर जनरल पीजीके मेनन कर रहे है। 12 अक्टूबर को हुई सातवें दौर की सैन्य वार्ता फिर मिलेंगे के वादे के साथ समाप्त हुई थी। इसकी बैठक में चीन और भारत ने एक दूसरे को टॉप सीक्रेट रोडमैप सौंपे थे। इस सैन्य वार्ता में इसी रोड मैप पर फोकस होने की संभावना है। इधर सैन्य बलो के प्रमुख सीडीएस जनरल विपिन राउत ने पूर्वी लद्दाख की हालत को तनावपूर्ण बताते हुए स्पष्ट किया है कि हम एलएसी में कोई बदलाव स्वीकार नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि चीन ने कभी भी भारत की सख्ती की उम्मीद नहीं की थी। उन्होंने कहा कि चीन सीमा पर झड़पो और बिना उकसावे के सैन्य कार्रवाई के बड़े संघर्ष में तब्दील होने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है। इस बीच लद्दाख की बर्फीली पहाडियों पर भारत ने अभ्यस्त सैनिको की तैनाती की है। सेना ने इन ऊंची ऊंचाईयों को भी तीन हिस्सों में बांटा है।