Giridih: केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) ने बुधवार को गिरिडीह जिले में भारतीय खाद्य निगम के संवेदक रामजी पाण्डेय के घर और गोदाम में छापेमारी की। इस दौरान सीबीआई ने घर के सदस्यों को रोक लिए और सरकारी अनाज से संबंधित कागजात खंगाले। टीम सुबह छह बजे संवेदक के शास्त्रीनगर स्थित घर पहुंची। टीम में सात अधिकारी शामिल थे।
जानकारी के अनुसार बुधवार की सुबह छह बजे सीबीआई के अधिकारियों ने पीजी गोदाम के अलावा संवेदक के घर शास्त्रीनगर में दबिश दी और करीब पांच घंटों तक छानबीन की। हालांकि, टीम के अधिकारियो ने इस बाबत कुछ भी बताने से मना किया लेकिन सूत्रों के मुताबिक गरीबों के बीच राशन की दुकानों के जरिये बंटने वाले अनाज से संबंधित कई सारे कागजात टीम ने खंगाले। साथ ही निवेश से जुडे दस्तावेजों का भी अवलोकन किया।
कोरोना काल में लाखो टन अनाज भारत सरकार ने जरूरतमंदों के बीच विवरण के लिए भेजा था। इसमें करीब 29 सौ क्विन्टल से अधिक अनाज पीडीएस केन्द्रों के बजाए ऊपर ही खपा दिया गया, जिसका मुल्य 90 लाख से अधिक आंका गया है। टीम के अधिकारी कई सारे महत्वपूर्ण कागजात अपने साथ ले गये हैं। सीबीआई सूत्रों के मुताबिक पूरा मामला सरिया पीजी गोदाम से जुड़ा माना जा रहा है, जिसमें अनाज की हेराफेरी में डीएसडी व कई अन्य लोग शामिल हैं। यह मामला सीबीआई के जोनल अधिकारी देख रहे थे लेकिन मामला गंभीर होने के कारण अब केन्द्रीय टीम देख रही है। गौरतलब है कि गिरिडीह में कोरोना काल के दौरान अनाज का बड़ा घोटाला हुआ था। हजारों टन अनाज के गायब होने एवं हेराफेरी करने के मामले सुखिर्यो में रहे हैं।