बेगूसराय।
मंडल कारा के एंबुलेंस चालक की हत्या मामले में कारा अधीक्षक बृजेश सिंह मेहता फंस गए हैं। मृतक चालक के पुत्र की शिकायत के आलोक में कारा अधीक्षक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है। मृतक के पुत्र सत्येंद्र कुमार ने कारा अधीक्षक पर अपने पिता धर्मेंद्र रजक की हत्या करने की साजिश रचने का आरोप लगाया है। मालूम हो कि एक दिन पूर्व मंगलवार को एक बीमार कैदी को पीएमसीएच में भर्ती करा कर लौट रहे एंबुलेंस चालक की हत्या नृशंस तरीके से कर दी गई थी।
एसपी अवकाश कुमार ने बुधवार को बताया कि मृतक के परिजनों के आरोप पर प्राथमिकी दर्ज कर गहनता से जांच की जा रही है, इसमें जो भी दोषी होंगे उन्हें किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। मृतक के परिजनों का कहना है कि गत वर्ष एक विचाराधीन कैदी की जेल में पिटाई के कारण मौत हो गई थी, जिसे कारा प्रशासन ने बीमारी से मौत का रूप देने का प्रयास किया। कारा प्रशासन ने चालक पर बीमारी से मौत का बयान देने के लिए दबाव बनाया था। परिजनों का कहना है कि मनचाहा बयान नहीं देने के कारण साजिश रच कर हत्या करवाई गई है।
