रांची।अवैध खनन व मनरेगा घोटाले में कमीशन का पैसा कहां-कहां और किसके-किसके बीच बंटा, इसकी जानकारी लेने के लिए ईडी ने शनिवार और रविवार को रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा होटवार में चार्टर्ड अकाउंटेंट सुमन कुमार से पूछताछ की । झारखंड हाई कोर्ट के आदेश पर जेल के भीतर सुमन कुमार से दो दिनों तक पूछताछ में ईडी को कई अहम जानकारी मिली है । ईडी के अधिकारियों की टीम रविवार को भी जेल पहुंचकर सुमन कुमार से पूछताछ किया।
सुमन ने ईडी को पुछ ताछ में कई नयी जानकारी दी है, किन-किन लिए वसूला अवैध खनन का कमीशन
सूत्रों की मानें तो सुमन कुमार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि उसने पूजा सिंघल के निर्देश पर अवैध खनन व मनरेगा घोटाले के कमीशन के रुपये जिलों से संबंधित डीएमओ व खनन के कारोबारियों से वसूले और अधिकारियों तक पहुंचाया। उसने यह भी स्वीकारा है कि रुपये केवल पूजा सिंघल तक ही नहीं पहुंचते थे, बल्कि इस खेल में पूजा सिंघल के अलावा कई अन्य नेता व नौकरशाह भी हैं, जहां अवैध खनन के रुपये पहुंचे। सी एम सुमन ने ईडी को कई नयी जानकारी और दी है।सी एम सुमन के इस नए बयान से सी एम सहित दर्जन भर ब्यूरो क्रेट पर ईडी की गाज गिरना तय है । सीएम से पुछ ताछ के बाद और लोगो से पुछ ताछ का सिलसिला चलने वाला है। सूत्र का कहना है की कई और बड़ी मछली ईडी के जाल मे आने वाले है।
मालूम हो की छह मई की छापेमारी में सुमन कुमार से मिले 19.76 करोड़ रुपये
अवैध खनन के गत छह मई को पूजा सिंघल व इनके सहयोगियों से जुड़े ठिकानों पर ईडी ने एक साथ छापेमारी की थी। तब उनके चार्टर्ड अकाउंटेंट सुमन कुमार के ठिकाने से 19.76 करोड़ रुपये की बरामदगी हुई थी। इसके बाद ईडी ने सुमन कुमार को रिमांड पर लेकर 14 दिनों तक पूछताछ की थी। 11 मई को तत्कालीन खान सचिव पूजा सिंघल को भी ईडी ने गिरफ्तार कर लिया था।
गौरतलब हो कि सुमन कुमार व पूजा सिंघल से रिमांड पर ईडी ने लंबी पूछताछ की थी, जिसमें आए तथ्यों का सत्यापन के लिए बाद में कई अन्य आरोपितों से भी ईडी ने पूछताछ की। ईडी ने पाकुड़, दुमका, साहिबगंज, पश्चिम सिंहभूम, पूर्वी सिंहभूम, सरायकेला, खूंटी, चतरा व हजारीबाग के जिला खनन पदाधिकारियों से भी पूछताछ की थी। मुख्यमंत्री के बरहेट विधानसभा क्षेत्र के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा, पंकज मिश्रा के सहयोगी बच्चू यादव, नेताओं व नौकरशाहों के करीबी प्रेम प्रकाश व अमित अग्रवाल से भी ईडी ने पूछताछ की थी। मनरेगा घोटाले में भी पूछताछ में कई नए इनपुट ईडी को मिले जो सी एम हेमन्तसोरेन समेत कुछ अधिकारियो की परेशानी बढाने बाली साबित होगी ।
इन सभी आरोपितों से जब पूछताछ हुई तो सुमन कुमार की भूमिका को फिर से जांचने की आवश्यकता महसूस होने लगी, क्योंकि काले धन को सफेद बनाने में सुमन कुमार की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। आवश्यकताओं को देखते हुए ही ईडी ने हाई कोर्ट से पूछताछ की अनुमति ली थी , जिसके आधार पर सुमन कुमार से दो दिनो तक पूछताछ की गई।