26/11 का मुंबई हमला और इंदिरा गांधी की हत्या देश का सबसे बड़ा इंटेलिजेंस फैलियर
अमेरिकी राष्ट्रपति बैरक ओबामा ने स्पष्ट किया था कि सिर्फ भाजपा को फायदा ना पहुंचने के कारण यूपीए सरकार ने पाकिस्तान पर हमला नहीं किया था
Ranchi News: भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने आज प्रदेश मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि आज कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकाअर्जुन खड्गे ने खड्ग भी निकाला तो वह आम अपेक्षा के प्रतिकूल देश के खिलाफ निकला।लोगों को उम्मीद थी कि पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी देंगे।लेकिन वह तो देश के इंटेलिजेंस एजेंसी और प्रधानमंत्री की मंशा पर ही प्रश्न कर गए।प्रतुल ने कहा कि इस समय जब पूरा देश एक स्वर में आतंकी और आतंकियों के आकाओं मिट्टी में मिलाने की मांग कर रहा है। तो उस समय देश के दूसरे सबसे बड़े दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष का इस तरह के बयान से देश और विदेश में गलत संकेत जाएगा।
प्रतुल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रीयता की राजनीति करती है।इसीलिए हमने कभी भी इंटेलिजेंस के फैलियर पर प्रश्न नहीं उठाया है।26/11 का मुंबई हमले और प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जी की प्रधानमंत्री आवास में उनके बॉडीगार्ड द्वारा हत्या देश के दो सबसे बड़े इंटेलिजेंस फेलियर है।लेकिन भाजपा ने उस समय देश की वर्तमान स्थिति को देखते हुए उस समय इस पर प्रश्न नहीं उठाया था।बल्कि भाजपा पूरे तरीके से सरकार के साथ खड़ी रही। प्रतुल ने कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अपनी पुस्तक ए प्रॉमिसड लैंड में यह स्पष्ट लिखा था कि जब उनकी प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात हुई।तो मनमोहन सिंह ने बताया कि उन्होंने 26/11 के मुंबई हमलों के बाद इसलिए पाकिस्तान पर हमला नहीं किया क्योंकि इससे भारतीय जनता पार्टी को मुस्लिम विरोधी माहौल के कारण फायदा मिलता। इसी सोच का भाजपा विरोध करती है।भाजपा के लिए देश सर्वप्रथम है।उसके बाद ही पार्टी और राजनीति आती है।

प्रतुल ने कहा आज उम्मीद थी मल्लिकार्जुन खड़गे इमरजेंसी में किए गए अत्याचारों और 42 वें संविधान संशोधन के लिए सार्वजनिक माफी मांगेंगे।लेकिन ऐसा कुछ हुआ नहीं। संविधान के हत्या का सबसे बड़ा प्रयास इमरजेंसी के दौरान हुआ था।जब लोगों के अधिकार को समाप्त कर दिया गया था। 42 वें संशोधन के जरिए पूरा संविधान का स्वरूप बदलने की कोशिश की गई थी। आज वही कांग्रेस संविधान बचाने का नाटक कर रही है।लेकिन जनता उनके पुराने कुकृत्यों को नहीं भूली है।
प्रतुल ने कहा कि आज उम्मीद थी कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पहलगाम आतंकी हमले के बाद अपने पार्टी के अंतरराष्ट्रीय दामाद जी रॉबर्ट वाड्रा,कांग्रेस नेता अजय राय, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धमरैया, महाराष्ट्र के एमएलए विजय, इमरान मसूद ,सैफुद्दीन सोज के देश विरोधी बयानों के लिए खेद प्रकट करेंगे। लेकिन उन्होंने ऐसा भी नहीं किया। स्पष्ट है कि मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी एक भाषा बोलते हैं। लेकिन उनके बाकी नेताओं को वोट बैंक और टुष्टिकरण के कारण भारत के खिलाफ बोलने की पूरी छूट दे दी गई है।
मंडल कमीशन की रिपोर्ट को 10 वर्ष तक दबाने वाले जातिगत जनगणना की श्रेय ले रहे हैं
प्रवक्ता प्रतुल शाह देव ने कहा कि देश में 1872 से 1931 तक जो जनगणना हुई उसमें जाति का कॉलम भी हुआ करता था। 1951 में तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने इस जाति के कॉलम को जनगणना से समाप्त कर दिया। 1980 से 1990 तक कांग्रेस की दो पूर्ण बहुमत की सरकारों ने पिछड़ों को 27% आरक्षण देने वाले मंडल कमीशन की रिपोर्ट को दबा कर रखा।जब विश्वनाथ प्रताप सिंह की सरकार ने इस रिपोर्ट को पेश किया तो तत्कालीन प्रतिपक्ष के नेता और राहुल गांधी के पिता स्वर्गीय राजीव गांधी ने लोकसभा में मंडल कमीशन का प्वाइंट दर पॉइंट विरोध करते हुए इस देश को तोड़ने वाला कानून बताया था। राजीव गांधी जी ने यह भी कहा था कि इससे गृह युद्ध के हालात उत्पन्न हो जाएंगे। प्रतुल ने कहा अभी आदिवासी की बेटी और पिछड़ा का बेटा देश के शीर्ष पदों पर विराजमान है, तो कांग्रेस को इससे मिर्ची लग रही है।