बिहार में अगले तीन-चार दिनों तक मौसम का मिजाज बदला हुआ रहेगा। मौसम विभाग (आइएमडी) ने राज्य के अधिकांश हिस्सों में हल्के बादल छाए रहने की भविष्यवाणी की है। अरब सागर में मौसमी हलचल के चलते यह बदलाव हो रहा है, जिससे प्रदेश के आसमान में बादल दिखाई देंगे, लेकिन बारिश के आसार कम हैं। इसके साथ ही, पछुआ हवा ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है, जिसके कारण सुबह और शाम को तापमान में गिरावट महसूस की जा रही है। राज्य से मानसून की विदाई हो चुकी है, और अब ठंड का इंतजार है।
पछुआ हवा का असर: ठंड की दस्तक
बिहार में पछुआ हवा का आगमन हो चुका है, जो ठंडक का अहसास कराने लगी है। पछुआ हवा, पश्चिम से आने वाली हवाएं हैं, जो ठंडक को तेज करती हैं। यह हवा दिन के तापमान को कम करती है और रात के तापमान को और भी अधिक गिराने का काम करती है। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में पछुआ हवा और तेज हो सकती है, जिससे राज्य के विभिन्न हिस्सों में ठंडक बढ़ेगी।
सोमवार को राज्य के अधिकतर जिलों में दिन का तापमान सामान्य से कम दर्ज किया गया। राजधानी पटना में दिन का अधिकतम तापमान सामान्य से करीब ढाई डिग्री सेल्सियस कम, यानी 30.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। भागलपुर, पूर्णिया, गया, और मधुबनी जैसे जिलों में भी तापमान सामान्य से कम रहा। पूर्णिया में दिन का तापमान सामान्य से करीब 1.5 डिग्री कम था, जबकि भागलपुर में तापमान लगभग 29 डिग्री सेल्सियस पर स्थिर रहा। गया में भी इसी तरह की स्थिति रही, जहां दिन का तापमान सामान्य से करीब 2 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया।
बादलों की स्थिति: बारिश के आसार कम
मौसम विभाग की मानें तो अगले दो से तीन दिनों तक बारिश की संभावना नगण्य है। पूरे राज्य में पिछले 48 घंटों से बारिश नहीं हुई है, और आगामी कुछ दिनों में भी इसी तरह की स्थिति बने रहने की उम्मीद है। मौसम विभाग के अनुसार, अरब सागर में मौसमी हलचल के चलते बिहार में बादल छाए रहेंगे, लेकिन इन बादलों से बारिश होने की संभावना बेहद कम है। इसके साथ ही, राज्य में अब मानसून की विदाई पूरी हो चुकी है, और अब धीरे-धीरे सर्दियां दस्तक देने की ओर बढ़ रही हैं।
सर्दियों की भविष्यवाणी: पश्चिमी विक्षोभ का इंतजार
आने वाली सर्दियों की तीव्रता और अवधि का अनुमान पश्चिमी विक्षोभ पर निर्भर करता है। पश्चिमी विक्षोभ एक मौसमी प्रणाली है जो पश्चिम से आने वाली हवाओं के साथ हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी लाती है। यह विक्षोभ उत्तरी भारत में सर्दी के मौसम का प्रमुख कारण होता है। जब यह हवाएं हिमालय के पर्वतीय क्षेत्रों से मैदानी इलाकों की ओर बढ़ती हैं, तो उत्तर भारत में ठंड का प्रभाव शुरू होता है। मौसम विभाग इस विक्षोभ की सक्रियता का इंतजार कर रहा है, जिससे यह अनुमान लगाया जा सके कि बिहार और आसपास के इलाकों में इस बार सर्दियां कैसी रहेंगी।
सर्दी के लिए तैयार हो रहा है बिहार
बिहार के निवासियों ने पछुआ हवा के आने से हल्की ठंडक महसूस करनी शुरू कर दी है। सुबह और शाम के समय अब हल्की गर्म कपड़ों की जरूरत महसूस हो रही है। वहीं, दिन में तापमान सामान्य से कम रहने के कारण लोग बाहर निकलते समय मौसम के अनुसार तैयारी कर रहे हैं। हालांकि, अभी ठंड की पूरी तरह से शुरुआत नहीं हुई है, लेकिन पछुआ हवा और पश्चिमी विक्षोभ के साथ ठंड के जोर पकड़ने की पूरी संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, अगर आने वाले दिनों में आसमान साफ रहता है तो सुबह-शाम ठंड और अधिक महसूस होगी।
नियमित अपडेट जरूरी
मौसम विभाग ने लोगों को सलाह दी है कि वे नियमित रूप से मौसम की जानकारी लेते रहें, ताकि अचानक मौसम में आने वाले बदलावों से वे सजग रह सकें। विशेषकर किसान वर्ग के लिए यह जानकारी अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि मौसम में बदलाव उनकी खेती पर सीधा असर डाल सकता है। आने वाली सर्दियों में मौसम कैसा रहेगा, इसके लिए विभाग द्वारा लगातार नजर रखी जा रही है और समय-समय पर पूर्वानुमान जारी किए जाएंगे।