अहमदाबाद।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कच्छ में राज्य की 3 परियोजनाओं का भूमि पूजन कार्यक्रम में कहा कि दिल्ली में किसानों को भ्रमित करने की बड़ी साजिश चल रही है। किसानों को उनकी जमीन छीनने का भय दिखाया जा रहा है। जबकि कृषि कानून में ऐसा कुछ भी नहीं है। हमारी सरकार के पहले दिन से ही किसानों का हित प्राथमिकताओं में शामिल है। मोदी ने कहा की हमारी सरकार ने खेती में लागत कम करने एवं उनकी आय बढ़ाने का प्रयास किया है।
मोदी ने कहा कि कच्छ में न्यू एज टेक्नॉलॉजी एवं इकोनॉमी में शानदार प्रगति की है। कच्छ का अक्षय ऊर्जा पार्क सिंगापुर और बहरीन से भी बड़ा होने जा रहा है। हमारी सौर ऊर्जा क्षमता 16 गुना बढ़ गई है। यहां के ऊर्जा पार्क में 1 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। इस पर डेढ़ लाख करोड़ रुपए खर्च होंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि परियोजना से किसानों और उद्योग दोनों को लाभ होगा। प्रदूषण कम कर पर्यावरण को बचाने में मदद मिलेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि गुजरात में समुद्र के खारे पानी को पीने योग्य बनाने का काम चल रहा है। सिर्फ डेढ़ साल में तीन करोड़ परिवारों को जल जीवन मिशन के तहत पानी का कनेक्शन दिया जा चुका है। इससे अन्य राज्यों को भी प्रेरणा मिलेगी।
मोदी ने भाषण की शुरुआत कच्छ की स्थानीय बोली से करते हुए कहा कि भूकंप ने कच्छ के लोगों के घरों को तबाह किया था लेकिन लोगों का मनोबल नहीं तोड़ सका। आज कच्छ की पहचान बदल गई है। मालूम हो कि प्रधानमंत्री ने कच्छ के धोड़ोे से अंतरराष्ट्रीय सीमा पर दुनिया के सबसे बड़े ऊर्जा पार्क, समुद्री पानी के पीने योग्य बनाने वाली चार संयंत्र और सरहद डेहरी के चिलिंग प्लांट की वर्चुअल से भूमि पूजन किया। हेलीपैड पर प्रधानमंत्री का स्वागत मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने किया।