झारखंड और पश्चिम बंगाल में बांग्लादेशी घुसपैठ से जुड़े मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 12 नवंबर को 17 ठिकानों पर छापेमारी की, जिसमें फर्जी दस्तावेज, प्रतिबंधित हथियार, नकदी और जेवरात जब्त किए गए। छापेमारी के दौरान दो बांग्लादेशी नागरिकों समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया। इसमें बांग्लादेशी नागरिक रॉनी मंडल और संदीप चौधरी तथा भारतीय नागरिक पिंटू हलधर और पिंकी बासु मुखर्जी शामिल हैं। यह कार्रवाई राज्य में विदेशी घुसपैठियों की बढ़ती गतिविधियों और सैक्स रैकेट के संभावित जाल को लेकर की गई थी।
ईडी की छापेमारी में फर्जी दस्तावेज और हथियार बरामद
ईडी द्वारा की गई छापेमारी में फर्जी आधार कार्ड, पासपोर्ट, आठ लाख रुपये नकद, और नौ एमएम की पिस्तौल और गोलियां जब्त की गईं। जांच में पाया गया कि रॉनी मंडल और संदीप चौधरी ने फर्जी पासपोर्ट के जरिए भारत में अपनी पहचान बनाई थी। ईडी को इन अभियुक्तों के मोबाइल और अन्य डिजिटल उपकरणों में विदेशी लड़कियों का ब्योरा भी मिला, जिससे संकेत मिलता है कि ये लोग भारत में रईसों को बांग्लादेशी लड़कियों को किराये पर मुहैया कराने में संलिप्त थे।
डिजिटल डिवाइस में दर्ज विदेशी लड़कियों की जानकारी
ईडी द्वारा जब्त किए गए डिजिटल डिवाइस से खुलासा हुआ है कि पिंकी बासु मुखर्जी ने बांग्लादेशी नागरिक रॉनी मंडल से शादी की है। उनके मोबाइल डेटा से पता चला है कि पिंकी और रॉनी मंडल दोनों ही कई विदेशी नागरिकों के संपर्क में रहे हैं। ईडी के अनुसार, इन डिजिटल डिवाइस में बांग्लादेश से लड़कियों को भारत लाने और उन्हें विभिन्न स्थानों पर ठहराने का पूरा ब्योरा है।
झारखंड और बिहार के रईसों तक ईडी की जांच का दायरा
ईडी की प्रारंभिक जांच में कई रईसों के नाम सामने आए हैं जो इस गिरोह से विदेशी लड़कियां किराये पर मंगाने में जुड़े हैं। ईडी अब इन लोगों की पहचान कर जांच का दायरा बढ़ा रही है। आरोपियों को ट्रांजिट रिमांड पर रांची लाया गया है, जहां विशेष अदालत में उनकी पेशी होगी।
कॉल डिटेल से बांग्लादेशी नेटवर्क का खुलासा
ईडी द्वारा कॉल डिटेल्स की जांच में सामने आया कि गिरफ्तार अभियुक्तों के संपर्क में 100 से अधिक बांग्लादेशी नागरिक हैं। रॉनी मंडल के मोबाइल की जांच से पता चला कि उसका संपर्क 42 बांग्लादेशी नागरिकों से है। इसी प्रकार, पिंकी बासु मुखर्जी के मोबाइल रिकॉर्ड में 24 बांग्लादेशी नागरिकों का डेटा मिला है।
बांग्लादेश से भारत में किराये पर लायी जाती थीं लड़कियां
पूछताछ में यह खुलासा हुआ है कि यह गिरोह बांग्लादेश की गरीब लड़कियों को मासिक किराये पर भारत लाने का काम करता था। इन लड़कियों को रईसों को प्रतिमाह 80,000 से लेकर 1 लाख रुपये तक की दर पर किराये पर मुहैया कराया जाता था। इसके लिए होटल प्रबंधन की मिलीभगत से लड़कियों को विभिन्न होटलों में ठहराया जाता था।
पिंकी बासु मुखर्जी गिरोह की महत्वपूर्ण सदस्य
जांच में सामने आया है कि पिंकी बासु मुखर्जी इस सैक्स रैकेट गिरोह की प्रमुख सदस्य है। वह बांग्लादेशी लड़कियों को भारत लाने और उन्हें रईसों को किराये पर देने का काम करती थी। पिंकी के नाम से पंजीकृत मोबाइल नंबरों का उपयोग इन विदेशी लड़कियों के संपर्क में रहने के लिए किया जाता था