Ranchi News: भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि मैट्रिक परीक्षा पेपर लीक के बाद पुलिस अंधेरे में तीर चला रही है। सरकार या पुलिस प्रशासन अब तक तय नहीं कर पाई है कि मैट्रिक पेपर लीक मामले की जांच सीआईडी करेंगी एसआईटी।
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मरांडी ने रविवार को सोशल मीडिया एक्स पर लिखा है कि इस बीच सूचना है कि पुलिस ने एक ही नाम के दो युवकों की गिरफ्तारी की है। अब तक कथित रूप से कोडरमा, मधुपुर से प्रिंस नाम के दो युवकों को गिरफ्तार किया गया है, तीसरे प्रिंस नाम के युवक की भूमिका भी पुलिस मान रही है। यदि इन्हें आरोपी के सहनाम के कारण गिरफ्तार या पूछताछ के लिए थाना लाया गया है, तो पुलिस इनसे संवेदनशीलता के साथ पेश आए।
चूंकि जेएसएससी-सीजीएल मामले में झारखंड पुलिस के डीजीपी जांच की अंतिम रिपोर्ट आने से पहले ही बयान जारी कर छात्रों को दोषी ठहरा चुके हैं। इसलिए संभावना है कि मैट्रिक पेपर लीक मामले की लीपापोती कर निर्दोष लोगों के ऊपर आरोप मढ़ दिया जाए। उन्होंने कहा है कि राज्य सरकार, जैक और पुलिस के प्रतिनिधि उन लाखों छात्रों के सामने आकर मैट्रिक परीक्षा के पेपर लीक होने की माफी मांगे। साथ ही, उक्त प्रकरण के जांच की जानकारी सार्वजनिक करें। जांच के नाम पर निर्दोष युवाओं के साथ पुलिस की ज्यादती बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सड़क से लेकर सदन तक इसका करारा जवाब दिया जाएगा।
पेपर लीक मामले में किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा- डीजीपी
झारखंड में मैट्रिक परीक्षा के पेपर लीक मामले में पुलिस को कई अहम जानकारियां मिली हैं। साथ ही कई अहम डिजिटल साक्ष्य बरामद हुए हैं, इसके आधार पर छापेमारी की जा रही है। साथ ही पेपर लीक गिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारी की जा रही है। झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता ने साफ कर दिया है कि मामले में किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।
मैट्रिक पेपर लीक मामले में पुलिस की जांच और कार्रवाई तेज हो गई है। डीजीपी अनुराग गुप्ता ने रविवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पेपर लीक के तार कोडरमा से जुड़े पाए गए हैं और कोडरमा से ही कई लोगों की गिरफ्तारी भी हुई है, इस पेपर लीक में शामिल सभी लोगों पर कानून का शिकंजा कसा जा रहा है। बरामद डिजिटल डिवाइस से कई तरह की जानकारियां मिल रही हैं, जिन पर कार्रवाई की जा रही है।
डीजीपी अनुराग ने कहा कि जांच के दौरान झारखंड पुलिस को एक नई बात पता चल रही है कि कुछ लोग इंटरनेट और यूट्यूब पर पुराने प्रश्नपत्र अपलोड कर अफवाह फैलाकर लोगों को भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने ऐसे लोगों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि अगर कोई भी राज्य के मासूम बच्चों को प्रभावित करने की कोशिश करेगा तो झारखंड पुलिस उसे सलाखों के पीछे भेजेगी। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया है कि इस पेपर लीक के नेक्सस में शामिल किसी भी अधिकारी, शिक्षक और छात्र को हर हाल में गिरफ्तार किया जाएगा। पुलिस लगातार मामले पर कार्रवाई और अनुसंधान कर रही है।