. मरांडी ने कहा अमित अग्रवाल निभा रहे हैं शैडो सीएम की भूमिका
रांची।
प्रदेश सरकार द्वारा राज्य में सीबीआई की जांच पर लगाई गई रोक के मामले में भाजपा विधायक दल के नेता व पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने सरकार पर कड़ा प्रहार किया है। शुक्रवार को प्रदेश कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान मरांडी ने कहा कि सरकार बार-बार भ्रष्टाचार की जांच कराने की बात करती रही है, वहीं उसके द्वारा राज्य में सीबीआई को प्रतिबंधित किया किया जाना कहीं ना कहीं दाल में काला होने का संकेत दे रहा है। मरांडी ने कहा कि यह फैसला सरकार स्तर से आनन-फानन में लिया गया है। इससे जाहिर हो रहा है कि सरकार के अंदर भय और घबराहट व्याप्त है। इसलिए बचने और बचाने की कवायद चल रही है।
मरांडी ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के करीबी अमित अग्रवाल आज शैडो सीएम की भूमिका में है। अग्रवाल के कोलकाता स्थित मकान में हुई छापेमारी के दौरान एक डायरी मिली है। जिसमें कई लोगों के नाम हैं। हेमंत सोरेन को पता चल गया है कि इस मामले में सीबीआई कहीं उनके घर तक न पहुंच जाए। इसीलिए सीबीआई को राज्य में रोकने की कोशिश चल रही है।
मरांडी ने कहा कि सीबीआई पर रोक के बावजूद भी डायरी के लोग छूटने वाले नहीं हैं। उन्होंने सीबीआई पर रोक के दिए गए निर्देश पर सरकार को पुनर्विचार का आग्रह किया है। मौके पर मरांडी ने राज्य में विधि व्यवस्था की दयनीय स्थिति का जिक्र करते हुए कहा कि भाजपा सरकार में जिस उग्रवाद पर पूर्ण रूप से लगाम लग चुका था वह यूपीए गठबंधन में फिर पनपने लगा है। उग्रवादियों की दस्तक शहर तक पहुंच चुकी है। उग्रवादियों और अपराधियों की सांठगांठ एक अखबार के संचालक को मिली धमकी एवं रंगदारी की मांग मामले में उजागर हुई है। यह राज्य के लिए अलार्मिग सिचुएशन है।
मरांडी ने कहा कि यह सब इसलिए हो रहा है कि जिन्हें इसे रोकने की जिम्मेदारी है, वही पैसे की वसूली में लगे। उन्होंने कहा कि राज्य में व्याप्त भ्रष्टाचार व अपराधिक घटनाओं में वृद्धि को लेकर ना सिर्फ विपक्ष बल्कि सत्ता पक्ष के लोग भी बोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की भाभी और जामा के विधायक सीता सोरेन ने कहा है कि कितने अवैध क्रशर चल रहे हैं। बालू और खनिज की तस्करी हो रही है। नोटों पर गाड़ी नंबर लिख कर अवैध ट्रकों को पार किया जा रहा है। मरांडी ने कहा कि यूपीए शासनकाल में भ्रष्टाचार के कई मामले उजागर हुई लालू को जेल की सजा हुई। क्या यूपीए के लोग मानते हैं कि सीबीआई का दुरुपयोग उस समय हुआ था।