.रहमानी दुनिया भर में इस्लामी स्काॅलर के रूप में जाने जाते थे
पटना।
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और इमारत-ए-शरिया के अमीर-ए-शरियत वली रहमानी का शनिवार दापेहर तीन बजे निधन हो गया। मौलाना रहमानी 15 दिनों से बीमार चल रहे थे। वे राजधानी के निजी अस्पताल पारस में भर्ती थे।गौरतलब हो की उन्हें सांस लेने में तकलीफ होने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। 80 वर्षीय मौलाना रहमानी ने 18 मार्च को ही आईजीआईएमएस में कोरोना वैक्सीन की पहली डोज ली थी।उनके पार्थिव शरीर को फुलवारी शरीफ के इमारत-ए-शरिया लाया गया, जहां उनका एक बेटा उनके साथ था । परिजनों ने बताया की उनकी एक बेटी और एक बेटा विदेश में रहते हैं। उन्हें भी सूचना दे दी गई है। रहमानी दुनिया भर में इस्लामी स्काॅलर के रूप में जाने जाते थे। उनके चाहनेवाले देश और विदेश के लोगों में मौत की खबर सुनकर शोक की लहर छा गयी ।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनके निधन पर जताया शोक-
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शोक संदेश में कहा है कि खुदा मौलाना रहमानी को जन्नत में अहम मकाम अता करे और उनके परिवार वालों को सहन करने की ताकत दें। उन्होंने कहा कि हजरत मौलाना सैय्यद वली रहमानी के इन्तकाल की खबर से बहुत दुखी हूं। उनका नाम बिहार एवं देश के मशहूर आलिम-ए-दीन में शुमार होता था। वे ऑल इंडिया मुस्लिम पसर्नल लॉ बोर्ड के महासचिव एवं खानकाह-ए-रहमानिया, मुंगेर के सज्जादानशीं भी थे। वे रहमानी-30 के संस्थापक थे और बिहार विधान परिषद के सदस्य भी रह चुके थे।