कोडरमा। एसीबी की टीम ने गुरूवार को कोडरमा प्रक्षेत्र के वन प्रक्षेत्र पदाधिकारी राजेंद्र प्रसाद को 45 सौ रूपए रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के पश्चात हजाीरबाग की एसीबी की टीम अपने साथ लेती गई है। मामले में कोडरमा के बसधरवा निवासी राजेंद्र यादव ने एसीबी कार्यालय में शिकायत दर्ज करायी थी। जिसमें कहा गया था कि उनकी रैयती जमीन से काटे गए पेड़ का बोटा उठाने के एवज में वन प्रक्षेत्र पदाधिकारी राजेंद्र प्रसाद छह हजार की घूस मांग रहे है। शिकायत के सत्यापन के पश्चात कांड अंकित करने के बाद आरोपी को पकड़ने के लिए जाल बिछाया गया। योजनानुसार शिकायतकर्ता ने वन प्रक्षेत्र पदाधिकारी को घूस के रूपए थमाए, आसपास मौजूद एसीबी की टीम ने उसे दबोच लिया।
जानकारी अनुसार राजेंद्र यादव ने एसीबी को लिखित शिकायत की थी कि उन्होंने अपनी रैयती जमीन पर लगे शीशम और गम्हार का चार पेड़ नियमानुसार अनुमति लेकर कटवाया था। इससे 123 बोटा बना था। उसमें से 76 बोटा अनुमति लेकर उठवा लिया था। साथ ही सभी बोटों का उठाव को लेकर ट्रांजिट फी भी जमा कर दिया था। इसी बीच हाथियों के आने के कारण 47 बोटा उठना शेष रह गया, जिसे दोबारा उठाने को लेकर वन विभाग के कार्यालय में 18 फरवरी को आवेदन दिए थे। कुछ समय बीत जाने के बाद शिकायतकर्ता जब रेंजर राजेंद्र प्रसाद से मिलकर बोटा उठाने का अनुरोध किया, तो उनके द्वारा 47 बोटा उठवाने के लिए छह हजार रुपये बतौर रिश्वत मांगी गयी।
इसकी शिकायत शिकायतकर्ता ने एसीबी से की। शिकायत के आधार पर एसीबी की ओर से इसका सत्यापन किया गया। इसके बाद एसीबी हजारीबाग थाना कांड संख्या 5/22 दर्ज करते हुए गुरुवार को टीम कोडरमा पहुंची थी। शिकायत कर्मा के द्वारा रेंजर को 4500 रुपए रिश्वत के रुप में दिए गए, जिसके बाद वहां मौजूद एसीबी के अधिकारियों ने रेजर को गिरफ्तार कर लिया।