बेगूसराय।

बिहार की औद्योगिक राजधानी बेगूसराय को राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने की कवायद शुरु हो गई है। पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने बेगूसराय को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने के लिए बड़ा तोहफा दिया है।जिला मुख्यालय के बेगूसराय और बरौनी जंक्शन अब विश्वस्तरीय बनेंगे। इन स्टेशनों पर इस कदर आधारभूत संरचना लगेगा कि यात्रियों को एयरपोर्ट पर होने का एहसास होगा।
बेगूसराय देश का इकलौता जिला है जहां दो स्टेशनों को विश्वस्तरीय बनाने की योजना को हरी झंडी दी गई है। इन स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं के पुनर्विकास की योजना बनाई गई है। यह कार्य पीपीपी मोड पर किए जाएंगे। यात्री सुविधा के विस्तार को लेकर रेलवे स्टेशन को एयरपोर्ट जैसी सुविधा युक्त बनाए जाने की प्रक्रिया शुरू की गई है। इस परियोजना में यात्रियों की संरक्षा, सुरक्षा, बेहतर सुखद यात्रा तथा विश्व स्तरीय सुविधा प्रदान करना है। स्टेशन भवनों को ग्रीन बिल्डिंग का रूप दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त रेलवे की जमीन पर मॉल और बहुउद्देशीय भवन का भी निर्माण होगा। प्रवेश और निकास द्वार ऐसे बनाए जाएंगे कि यात्रियों को भीड़ का सामना नहीं करना पड़े। एक्सेस कंट्रोल गेट और प्रत्येक प्लेटफार्म पर एक्सीलेटर व लिफ्ट लगेंगे। सौर ऊर्जा, ऊर्जा दक्षता उपकरण, खानपान, बाथरूम, पीने का पानी, एटीएम, इंटरनेट ,पार्किंग एरिया, आधुनिक लोको शेड की व्यवस्था की जाएगी।
मालूम हो कि केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गिरिराज सिंह व राज्यसभा सांसद प्रोफेसर राकेश सिन्हा के प्रयास से यहां विकास को नई गति मिली है। वर्ष 2014 में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद यहां कई योजनाओं का सौगात मिला है। इसमें बंद खाद कारखाने का पुनर्निर्माण योजना, रिफाइनरी का विस्तारीकरण, सिमरिया में गंगा नदी पर सिक्स लेन पुल सहित अन्य परियोजनाएं शामिल हैं।