दरभंगा
दरभंगा जंक्शन पर हैदराबाद से आए पार्सल में हुए विस्फोट मामले में विदेशी एंगल आने के बाद अब जांच का दायरा बढ़ने जा रहा है। अतिशीघ्र जांच का जिम्मा एनआईए को सुपूर्द होने की संभावना है। बिहार पुलिस के उच्च अधिकारी ने इस ओर इशारा करते हुए गुरूवार को बताया कि मामले की जांच का जिम्मा एनआईए लेने जा रही है। मालूम हो कि दरभंगा जंक्शन पर 17 जून 2021 को पार्सल में हुए विस्फोट में उच्च तीव्रता के केमिकल बम का इस्तेमाल किया गया था। इसका खुलासा एफएसएल की रिपोर्ट में हुआ है। एफएसएल ने रिपोर्ट में कहा है कि बम विस्फोट में केमिकल विस्फोटक का इस्तेमाल हुआ था।माना जा रहा है कि कपड़े का पार्सल स्टेशन पर उतरने के कारण ब्लास्ट से कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ।
उल्लेखनीय रहे कि कपड़े का यह पार्सल तेलंगाना के सिकंदराबाद स्टेशन से बुक किया गया था। यह पार्सल दरभंगा में मो. सुफियान नामक शख्त को प्राप्त करना था। पार्सल पर अंकित मोबाईल नंबर उत्तर प्रदेश के शामली का है।ब्लास्ट का कनेक्शन तेलंगाना, बिहार और उत्तर प्रदेश के रास्ते जम्मू-कश्मीर तक जा पहुंचा है। जो एक बड़ी साजिश की तरफ इशारा कर रहा है। जम्मू की जेल में बंद बिहार के छपरा के मढ़ौरा का रहने वाला मो. जावेद पर आतंकवादियों को हथियार सप्लाई करने का आरोप है। दरभंगा ब्लास्ट में रेल पुलिस के सामने जिस मो. सूफियान का नाम सामने आया, उसकी तलाश चल रही है। एटीएस सूत्रों के मुताबिक मो. सूफियान जम्मू के जेल में बंद मो. जावेद का ही साथी है।