. कोविड-19 के तीसरे लहर की तैयारी आवश्यक
. स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ़ करने का निरंतर हो रहा प्रयास
.राज्य के सभी अस्पतालों में पीसीए मशीन भी लगाए जाएंगे
रांची।
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि वर्तमान समय बहुत ही चिंता की घड़ी है। सभी लोग कठिन दौर से गुजर रहे हैं। पूरी दुनिया कोरोना संक्रमण के दौर से ग्रसित है। हम भी अछूते नही हैं। हमारे लिए चुनौती अधिक है क्योंकि झारखंड एक पिछड़ा राज्य है। यहां के 70% लोग ग्रामीण क्षेत्र में वास करते हैं। अधिकतर लोगों का जीवन-यापन खेती-बाड़ी अथवा मजदूरी से चलती है। सोरेन सोमवार को अपने आवासीय कार्यालय से कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर संथाल परगना प्रमंडल एवं पलामू प्रमंडल के सभी सांसदों/विधायकों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से चर्चा कर रहे थें।बैठक में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, विकास आयुक्त सह अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य विभाग अरुण कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, नगर विकास सचिव विनय कुमार चौबे सहित अन्य उपस्थित थे।
कोरोना संक्रमण जाति-धर्म अथवा अमीरी-गरीबी नही देख रहा है बल्कि सभी के लिए कहर बरपा रहा है
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण के पहले लहर में हम सभी लोगों ने मिलकर संक्रमण के नियंत्रण और प्रसार को रोकने के लिए काम किया था। पहला पड़ाव के उपरांत ठीक से खड़े भी नहीं हो पाए थे और संक्रमण की दूसरी लहर आ गई। सोरेन ने कहा कि कोरोना संक्रमण जाति-धर्म अथवा अमीरी-गरीबी नही देख रहा है बल्कि सभी के लिए कहर बरपा रहा है। आप सभी ने तीसरे लहर को लेकर चिंता जताई है और कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपके विचार एवं सुझाव के अनुरूप ही राज्य सरकार तीसरे लहर से निपटने के लिए कार्य योजना बना रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सभी के सहयोग से राज्य सरकार ने पड़ोसी राज्य जैसे उत्तर प्रदेश, बिहार, बंगाल इत्यादि के अपेक्षा कोरोना संक्रमण को लेकर बेहतर काम किया है। मुख्यमंत्री ने सीमित संसाधनों के बीच अच्छे कार्य करने के लिए सभी स्वास्थ्य कर्मी, फ्रंटलाइनवर्कर के प्रति आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे कई पदाधिकारी संक्रमित मरीजों की जान बचाते-बचाते अपनी जान गवां चुके हैं उन्हें भी मेरा शत-शत नमन।
18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को 14 मई 2021 से वैक्सीन दी जाएगी
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि आगामी 14 मई 2021 से 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी। लोगों को वैक्सीनेशन के लिए कोई शुल्क देने की आवश्यकता नहीं है। राज्य सरकार नि:शुल्क वैक्सीनेशन का कार्य कर रही है। 14 मई से जैसे-जैसे वैक्सीन की उपलब्धता होगी, लोगों को हम वैक्सीन देने में सक्षम होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि वैक्सीनेशन के प्रति कोई भ्रम अथवा असमंजस की स्थिति उत्पन्न न हो इसके लिए प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है। कोरोना का टीका पूरी तरह सुरक्षित और कारगर है यह संदेश लोगों के बीच अधिक से अधिक प्रेषित करें। हम सभी के जीवन की सुरक्षा कवच के रूप में वैक्सीन अहम होगी।
कोविड-19 के पहले लहर से ही सरकार जांच बढ़ाने हेतु प्रयासरत
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि कोरोना संक्रमण के पहले लहर से ही राज्य सरकार आरटीपीसीआर जांच मशीन बढ़ाने को लेकर गंभीर रही है। कोविड-19 के दूसरे लहर में संक्रमितों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है, यही कारण है कि जांच रिपोर्ट आने में थोड़ा विलंब हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जांच रिपोर्ट जल्द से जल्द लोगों को मिल सके इस निमित्त राज्य सरकार द्वारा आरटीपीसीआर जांच हेतु दो कोबास कंपनी के मशीनों के लिए ऑर्डर दिया गया है। यह मशीन जून माह के अंत तक राज्य में स्थापित किए जा सकेंगे।
ऑक्सीजन युक्त बेड की उपलब्धता पर पूरा फोकस
हेमन्त सोरेन ने कहा कि वर्तमान समय में रांची, धनबाद, जमशेदपुर जैसे बड़े शहरों में जीवन रक्षक दवाइयों से ज्यादा मेडिकल ऑक्सीजन की आवश्यकता पड़ रही है। जहां शुरुआती दौर में राज्य में मात्र 250 ऑक्सीजन युक्त बेड उपलब्ध थे आज हम राज्य के विभिन्न अस्पतालों में 10,000 से अधिक ऑक्सीजन युक्त बेड की व्यवस्था कर सके हैं। ऑक्सीजन युक्त बेड बढ़ाने का कार्य निरंतर किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर अफरा-तफरी के माहौल से हमें निकालने का काम किया है।
कोविड सर्किट एवं संजीवनी वाहन का मिल रहा लाभ
सोरेन ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा कोविड सर्किट एवं संजीवनी वाहन का शुभारंभ किया गया है। एक सप्ताह के अंदर 800 मरीजों को कोविड सर्किट के तहत आसपास के कोरिडोर वाले अस्पताल में चिकित्सा उपलब्ध कराया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि संजीवनी वाहन द्वारा अस्पतालों में ऑक्सीजन पहुंचाने का कार्य प्रारंभ किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के कई जिलों में ऑक्सीजन बैंक स्थापित किए जा रहे हैं।
ऑक्सीजन फ्लोमीटर (रेगुलेटर) की उपलब्धता को लेकर किया जा रहा है प्रयास
हेमन्त सोरेन ने कहा कि आप सभी ने ऑक्सीजन फ्लोमीटर (रेगुलेटर) की उपलब्धता के लिए अपने सुझाव दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मेडिकल ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में होने के बावजूद रेगुलेटर की कमी होने के कारण इलाज में बाधा पहुंच रही है। राज्य सरकार द्वारा रेगुलेटर की उपलब्धता के लिए इंडो-डेनिश टूल रूम के साथ समन्वय बनाकर तथा राज्य के कई निजी कंपनियों के सहयोग से रेगुलेटर का मॉडल तैयार करने पर कार्य किया जा रहा है। जल्द ही हम अपने राज्य में ही रेगुलेटर तैयार करने में सक्षम हो जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि नेजल पाइप की उपलब्धता सुनिश्चित करने को लेकर हम लगातार प्रयासरत हैं। हफ्ते दिन के अंदर हम नेजल पाइप की आपूर्ति सुचारू रूप से कर सकेंगे।
जीवन रक्षक एंबुलेंस हर जिले में संचालित होगी
मुख्यमंत्री सोरेन ने कहा कि राज्य के सभी जिलों में जीवन रक्षक एंबुलेंस कार्यरत रहने को लेकर सुझाव मिले हैं। यह आवश्यक है कि प्रत्येक जिले में एक जीवन रक्षक एंबुलेंस चले। राज्य सरकार इस संबंध में जल्द कार्य योजना बना रही है ताकि सभी जिलों में एंबुलेंस उपलब्ध कराया जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में कोरोना संक्रमण से लोगों की मृत्यु कैसे कम हो इस पर सरकार लगातार नजर बनाए रखी है और आवश्यक उपाय किए जा रहे हैं।
खांसी, सर्दी और वायरल फीवर को हल्के में न लें
मुख्यमंत्री सोरेन ने कहा कि जानकारी के अभाव में ग्रामीण क्षेत्रों में लोग खांसी, सर्दी तथा वायरल फीवर को हल्के में लेने की भूल कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने सभी सांसदों तथा विधायकों से अपील किया कि वे अपने-अपने क्षेत्र में लोगों को अधिक से अधिक कोरोना जांच कराने को लेकर जागरूक कराएं तथा अधिक से अधिक जांच हो यह सुनिश्चित करें। कोरोना संक्रमण में प्राथमिक उपचार ही कारगर है। सही समय पर कोरोना की पहचान हो और प्राथमिक उपचार सही हो तो मरीज जल्दी रिकवर हो रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में भी मरीजों को मेडिकल ऑक्सीजन ससमय उपलब्ध हो इस दिशा में भी सरकार तत्परता के साथ कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के अस्पतालों में डॉक्टर तथा पैरामेडिकल स्टाफ की कमी न हो इस निमित्त राज्य सरकार नियुक्ति प्रक्रिया पर बल दिया है। जल्द ही राज्य में डॉक्टर,एएनएम, टेक्नीशियन इत्यादि की नियुक्ति होगी। मुख्यमंत्री ने सभी सांसदों और विधायकों से कहा कि अगर आपके क्षेत्र में कोई रिटायर्ड डॉक्टर सेवा देने के लिए तैयार हैं तो उनका नाम आप भेजें उन्हें जिम्मेदारी दी जाएगी।
पलामू प्रमंडल में मेडिकल ऑक्सीजन रिफिलिंग यूनिट स्थापित की जाएगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि पलामू प्रमंडल में मेडिकल ऑक्सीजन रिफलिंग यूनिट की आवश्यकता है। राज्य सरकार जल्द इस दिशा में सकारात्मक पहल करते हुए मेडिकल ऑक्सीजन रिफिलिंग यूनिट की स्थापना पलामू में करेगी । राज्य के सभी अस्पतालों में पीसीए मशीन भी लगाए जाएंगे।
कोरोना संक्रमण के तीसरे लहर को लेकर भी सरकार गंभीर
मुख्यमंत्री ने कहा कि विशेषज्ञों द्वारा कोरोना संक्रमण के तीसरे लहर आने की चेतावनी दी गई है। राज्य सरकार तीसरे लहर से निपटने को लेकर गंभीर है और तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। विशेषज्ञों द्वारा अनुमान लगाया गया है कि तीसरे लहर में बच्चों पर संक्रमण का खतरा ज्यादा रह सकता है इस निमित्त सभी चाइल्ड स्पेशलिस्ट चिकित्सकों तथा विशेषज्ञों के साथ राज्य सरकार आने वाले दो-तीन दिनों के भीतर वर्चुअल मीटिंग करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के सभी आइसोलेशन सेंटर और कोरेनटाइन सेंटरों को दुरुस्त किया जाएगा। 14वें तथा 15वें वित्त आयोग की राशि का भी उपयोग संक्रमितों के इलाज पर हो यह सुनिश्चित किया जाएगा।