. ग्रामीण क्षेत्रों में किसी की मौत होने पर उसकी पूरी जानकारी लें , मृतक के परिजनों का कराएं कोरोना टेस्ट
.संक्रमण को रोकने और मरीजों के समुचित और बेहतर इलाज के लिए सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है
.राज्य के ग्रामीण इलाकों को कोरोना संक्रमण से सुरक्षित रखना सबसे ज्यादा जरूरी है
कोडरमा।
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने बुधवार को कोडरमा जिले में नवनिर्मित डेडीकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर में 250 बेड और सरकारी कोविड सदर अस्पताल में 20 ऑक्सीजन पाइप लाइन युक्त बेड का ऑनलाइन उद्घाटन किया। मौके पर सीएम ने कहा की कोरोना के तेजी से बढ़ते संक्रमण पर सरकार की पैनी नजर है । इस महामारी को लेकर जैसे-जैसे चुनौतियां सामने आएगी उससे निपटने के लिए सरकार रणनीति तैयार करेगी । संक्रमण को रोकने तथा संक्रमितों के समुचित और बेहतर उपचार के लिए सरकार लगातार कदम उठा रही है । उन्होंने कहा कि इस वैश्विक संक्रमण से निपटने की दिशा में हमने एक कदम और आगे बढ़ाया है ।
अस्पतालों को ऑक्सीजन की नहीं होगी कमी
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर काफी खतरनाक साबित हो रही है । यह हमारे शरीर को बहुत तेजी से नुकसान पहुंचा रहा है । इस संक्रमण से बचाव के लिए दवाइयों से ज्यादा और पहले ऑक्सीजन की जरूरत पड़ रही है । ऐसी स्थिति में राज्य के अस्पतालों में मरीजों को ऑक्सीजन युक्त बेड अथवा ऑक्सीजन उपलब्ध कराने की दिशा में सरकार लगातार कदम उठा रही है । उन्होंने कहा कि अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति सामान्य एवं नियमित बनाए रखना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है ।संक्रमितों को ऑक्सीजन के लिए किसी तरह की कोई चिंता नहीं करनी है ।
ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण को रोकने के लिए पुख्ता कदम उठाने होंगे
सीएम ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना महामारी की भयावहता को जागरूकता के अभाव में लोग नहीं समझ पा रहे हैं । इस वजह से यहां संक्रमण तेजी से फैल रहा है । इस संक्रमण से लोगों की मौत भी हो रही है ,लेकिन कोविड प्रोटोकॉल के तहत उनका दाह संस्कार नहीं हो रहा है ।ऐसे में अगर ग्रामीण इलाकों में संक्रमितों की पहचान कर उन्हें आइसोलेट करने अथवा उनका इलाज कराने की नितांत जरूरत है , ताकि संक्रमण के फैलाव को रोका जा सके । उन्होंने अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से कहा कि वे इस दिशा में अपनी जिम्मेदारियों को निभाएं । विशेषकर जिन लोगों की मौत हो रही है, उनके परिजनों का कोविड टेस्ट हर हाल में हो । इससे संक्रमण के फैलाव के स्तर का पता चल सकेगा ।
मौके पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि कोविड का समुचित ईलाज करते हुए मृत्यु दर में कमी लाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जरूरतमंदों तक ऑक्सिजन पहुंचाने की भी ब्यवस्था सुनिश्चित की जाय। वहीं स्थानीय विधायक डॉ नीरा यादव ने ग्रामीण क्षेत्रों मैं संक्रमण रोकने एवं बचाव के लिए जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के माध्यम से लोगों तक आवश्यक रूप से मेडिकल किट उपलब्ध कराने का आग्रह मुख्यमंत्री से किया। जबकी जिला परिषद की प्रधान शालिनी गुप्ता ने 18+ के लोगों का टीकाकरण जल्द शुरु करने की मांग की।
उपायुक्त रमेश घोलप ने मुख्यमंत्री को बताया कि समावर्ती जिला होने के कारण यहां प्रवासी मजदूरों का आना जाना अन्य रेड जोन क्षेत्रो में होता रहता है। जिसके कारण यहां की पोजीटीवीटी दर ज्यादा है। लेकिन सरकार के निदेशानुसार जिले में टीकाकरण की रफ्तार में तेजी लायी गयी है।उन्होंने बताया कि जिले में मरीजों के लिए पर्याप्त मात्रा में ऑक्सिजन है। मौके पर विकास आयुक्त- सह – स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव विनय कुमार चौबे , विधायक अमित कुमार यादव के अलावा जिला प्रशासन के कई पदाधिकारी मौजूद थे ।