कोलकाता।
पश्चिम बंगाल के प्रथम चरण के चुनाव के दौरान गोलीबारी की घटना से सख्त हुए चुनाव आयोग ने अगले चरण के मतदान के क्रम में हिंसा होने पर अर्धसैनिक बलों को गोली चलाने की छूट दी है। मालूम हो कि 1 अप्रैल को राज्य के हॉट सीट नंदीग्राम सहित 30 विधानसभा सीटों पर दूसरे चरण का मतदान होना है। नंदीग्राम सीट से खुद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और भाजपा के कद्दावर नेता शुभेंदु अधिकारी चुनाव लड़ रहे हैं। दोनों की ओर से यहां बाहरी गुंडा तत्वों के आने की संभावना जताई गई है। मतदान के दौरान भारी हिंसा होने की आशंका है।
चुनाव आयोग ने आत्मरक्षा के लिए अर्धसैनिक बलों के हाथ खोल दिए हैं। मालूम हो कि 1 अप्रैल को 4 जिलों की 30 विधानसभा क्षेत्र में मतदान होना है। इसमें गोसाबा, पाथर प्रतिम, काकद्वीप, सागर, तमलुक, पांशकुड़ा पूर्व, पांशकुड़ा पश्चिम, मयना, नंदकुमार, महिषादल, हल्दिया, नंदीग्राम, चंडीपुर, खड़गपुर सदर, नारायणगढ़, सबंग, पिंगला, डेबरा, दासपुर, घाटाल, चंद्रकोना, केशपुर, तालडांगरा, बांकुड़ा, बड़जोरा, उंदा, विष्णुपुर, कोतलपुर, इंदास औऱ सोनामुखी विधानसभा क्षेत्र शामिल है।
यह भी उल्लेखनीय है कि प्रथम चरण के मतदान के दौरान 27 मार्च की पूर्व मेदिनीपुर जिला के पटाशपुर में बमबारी घटना हुई थी, जिसमें गस्ती के दौरान पटाशपुर थाना के ओसी समेत तीन पुलिसकर्मी के साथ एक अर्ध सैनिक बल का जवान घायल हुआ था।