कोडरमा।
महाशिवरात्रि के मौके पर ध्वजाधारी धाम में आयोजित दो दिवसीय शिवरात्रि महोत्सव का शुभारंभ धाम के महंत सुखदेव दास और विधायक नीरा यादव ने विधिवत रूप से किया। वहीं बाद में उपायुक्त रमेश घोलप और एसपी एहतेशाम वकारीब भी वहां पहुंचे और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। मौके पर उपायुक्त और एसपी के अलावा कई अन्य वरीय पदाधिकारियों ने परिसर स्थित शिव मंदिर में जाकर शिवलिंग पर जलाभिषेक किया। साथ ही मन्नते भी मांगी। महोत्सव के पहले दिन महाशिवरात्रि के मौके पर प्रति साल की भांति इस बार भी काफी संख्या में श्रद्धालु वहां भगवान शिव के दर्शन को उमड़े। जिसमें महिलाओं की संख्या काफी अधिक देखी गई।
श्रद्धालु परिसर स्थित मंदिर के अलावा वहां के पहाड़ी पर स्थित शिव -पार्वती के मंदिर में भी जलाभिषेक किया। पहाड़ी पर स्थित मंदिर तक पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को 777 सीढ़ियां चढ़कर भगवान भोले का जलाभिषेक किया। महोत्सव के उद्घाटन के मौके पर महंत सुखदेव दास ने जिले वासियों के सुख-समृद्धि की कामना की। साथ ही उन्होंने कहा कि शिव की उपासना से लोगों के हर प्रकार के दुख दूर होते हैं। उन्होंने कहा कि ध्वजाधारी धाम का अपना पौराणिक महत्व रहा है। वहीं विधायक नीरा यादव ने कहा कि ध्वजा धारी धाम के प्रति आस्था लोगों में काफी बढ़ती जा रही है। यहां जिले के अलावा कई अन्य जगहों से भी लोग जलाभिषेक के लिए पहुंचते हैं। उन्होंने कहा कि उनका प्रयास होगा कि इसे झारखंड के धार्मिक पटल पर और ज्यादा प्रचलित किया जा सके।
महोत्सव के दौरान श्रद्धालु की सुरक्षा को लेकर जिला व पुलिस प्रशासन द्वारा सभी तरह की सुरक्षात्मक उपाय किए गए हैं। धाम परिसर के अलावा पहाड़ी पर पुलिस के जवानों के अलावा दंडाअधिकारियों की तैनाती की गई है। इसके अलावा पूरे परिसर में रौशनी की खास व्यवस्था की गई है। वही जिले के वरीय पदाधिकारी वहां की सुरक्षा व्यवस्था पर नजर बनाए हुए हैं। मौके पर पहुंचे एसपी और डीसी ने पूरे परिसर का मुआयना कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी ना ह
दो दिवसीय महोत्सव को लेकर ध्वजाधारी धाम परिसर में कई प्रकार की दुकानें लगाई गई हैं। जिसमें बच्चों के मनोरंजन के लिए खास व्यवस्थाएं देखी जा रही हैं। यहां कई प्रकार के झूले लगाए गए हैं। वहीं खिलौने के भी कई स्टॉल लगे हैं। इसके अलावा महिलाओं से जुड़ी सामग्रियों के भी काफी दुकानें लगाई गई हैं। तरह के व्यंजनों के भी यहां स्टाल लगाए गए हैं।