.भाजपा और तृणमूल का प्रतिनिधिमंडल पहुंचे चुनाव आयोग
कोलकाता।
ममता बनर्जी पर नंदीग्राम में बुधवार को हुए कथित हमले को लेकर दर्ज मामले में पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है। हालांकि अभी तक इस मामले में किसी को भी हिरासत में नहीं लिया गया है और न हमले का साक्ष्य ही मिला है। फिलहाल यही लग रहा है कि मुख्यमंत्री की गाड़ी के दरवाजे लैंप पोस्ट से टकराने के कारण वह चोटिल हुई है। इधर उनकी सुरक्षा में तैनात रहने वाले अधिकारियों का तबादला कर दिया गया है। राज्य के गृह विभाग ने मुख्यमंत्री की सुरक्षा दस्ते में अन्य अधिकारियों को शामिल किया है। इस बीच मुख्यमंत्री ने अस्पताल से गुरूवार को वीडियो संदेश में तृणमूल कार्यकर्ताओं को शांत रहने की अपील की है।
घटना को चुनावी रंग देने की गरज से तृणमूल कांग्रेस ने चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराया है। चुनाव आयोग की टीम से मिलने के बाद तृणमूल कांग्रेस ने आयोग की विश्वसनीयता पर ही सवाल खड़ाकर कहा है कि इस मामले में निष्क्रियता बरती जा रही है। आयोग के पास तृणमूल के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन, पार्टी महासचिव पार्थ चटर्जी तथा मंत्री चंद्रिका भट्टाचार्य का प्रतिनिधिमंडल पहुंचे थे। बाहर निकलने पर पार्थ ने कहा कि ममता पर हमले की साजिश रची गई। ऐसा करने वालो का इरादा कानून व्यवस्था को बिगाड़ने का था। वहीं डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने 8 मार्च को ही वीडियो जारी कर ममता को घायल दिखाया था। चुनाव आयोग ने इस बीच राज्य के डीजीपी को भी हटा दिया। घटना के एक दिन पूर्व भाजपा के एक नेता ने फोन कर कहा था कि शाम के बाद देखना क्या होने वाला है। इसके बाद ममता पर हमला हो गया। यह सब साजिश का हिस्सा है।