मुजफ्फरपुर।
एंटी लिकर टास्क फोर्स की टीम ने शुक्रवार की देर रात सदर थाना क्षेत्र में एक गाड़ी में लदे 22 ड्रम कच्चा स्प्रीट पकड़ा है। तलाशी के क्रम में करजा थाना अध्यक्ष बीके यादव और सदर थाना के चौकीदार का पुत्र शराब माफिया से डील करते हुए पाए गए। टास्क फोर्स टीम ने इस बाबत एसएसपी सहित बड़े अधिकारियों को दे दी। इस पर करजा थाना प्रभारी ने सफाई में कहा कि वे शराब की सूचना पर छापेमारी करने आए थे। इसके बाद करजा थाना प्रभारी और चौकिदार के पुत्र को गिरफ्तार किया गया। इस मामले में एसएसपी जयंत कांत ने कहा कि चाहे आम हो या खास शराब और अपराध के लिए किसी को छूट नहीं है। पुलिस अपना काम करेगी।
मालूम हो कि गिरफ्तार थाना प्रभारी की सफाई पुलिस मैनुअल के खिलाफ है। पुलिस मैनुअल के अनुसार कोई भी थानाध्यक्ष दूसरे थाना क्षेत्र में छापेमारी बड़े अधिकारियों के इजाजत के बाद ही कर सकता है। उल्लेखनीय हो कि गिरफ्तार थाना प्रभारी बीके यादव एक व्यवसायी से दो लाख छिनने के आरोप में पहले निलंबित किए गए थे, तब उनकी छिनतई की हरकत सीसीटीवी में कैद हो गई थी, इसके बाद भी उन्होंने अपनी हरकत नहीं छोड़ी। बिहार के कई अधिकारी शराब से मौते और पुलिस कर्मियों की शहादत की परवाह किए बिना सिर्फ अपनी जेब की भरपाई करने में लगे है।