.तत्कालीन उप डाकपाल समेत तीन डाक कर्मियों के खिलाफ प्राथमिक दर्ज
छपरा।
जिले के मांझी उप डाकघर से हुई 17 लाख की फर्जी निकासी के मामले में शनिवार को तत्कालीन उप डाकपाल समेत तीन डाक कर्मियों के खिलाफ प्राथमिक दर्ज कराई गई है। इसके पूर्व घोटाले की खबर से परेशान खाताधारियों की भीड़ उप डाक घर पहुंची, पर लिंक फेल होने का बहाना बनाकर सभी अधिकारी और कर्मचारी फरार हो गए, जिसके कारण दिन भर डाक घर बंद रहा। एकमा के डाक निरीक्षक मृत्युंजय कुमार सिंह के आवदन पर तत्कालीन उप डाकपाल शिवजी राम, डाक सहायक सहदेव प्रसाद यादव और आउटसोर्सिंग स्टाफ आशुतोष कुमार सिंह को मामले में नामजद किया गया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
मालूम हो कि अक्टूबर 17 से अप्रैल 19 के बीच नौ किश्तो में खाताधारक संयोगिका कुंवर के खाते से करीब 16 लाख 75 हजार रूपए की फर्जी निकासी की गई है। घटना के सूचक ने आरोप लगाया कि तत्कालीन उप डाक पाल और डाक सहायक ने नियम के विपरित आउट सोर्सिंग स्टाफ की बहाली कर उसी से फर्जी निकासी का काम कराया है। खाताधारक संयोजिका कुंवर एक वृद्ध वं अनपढ़ महिला है, जिसके नाम से बिना जानकारी दिए एटीएम कार्ड निर्गत कर दिया गया। पर उसे एटीएम कार्ड उपलब्ध नहीं कराया गया। उसी एटीएम कार्ड के जरिए तीनो ने मिलकर नौ किश्तो में फर्जी निकासी कर ली। उल्लेखनीय हो कि फर्जी निकासी के मामले में मुजफ्फरपुर के एसपीएमजी तथा छपरा के वरिष्ठ डाक अधीक्षक के स्तर से जांच की जा रही है। जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि निकासी को सरकारी हिसाब में नहीं लिखा गया है।