.देश में यह पहला मामला है जब रोडरेज की घटना के 45 दिन बाद किसी की हत्या होती है- पप्पु
पटना।
इंडिगो के स्टेशन हेड रूपेश सिंह हत्याकांड पर पुलिस के खुलासे पर सवाल खड़े हो रहे हैं और पूरे मामले को डाइवर्ट करने का आरोप लगाया जा रहा है। विपक्ष के कई नेताओं ने हत्याकांड की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है। मालूम हो कि पुलिस ने इस मामले का उद्भेदन कर ऋतुराज नामक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। साथ ही मामले को रोडरेज की घटना के प्रतिशोध में होना बताया था। इधर जन अधिकार पार्टी के प्रमुख पप्पू यादव ने गुरुवार को कहा कि इसमें बड़े लोगों को बचाने की कोशिश हो रही है। उन्होंने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि देश में यह पहला मामला है जब रोडरेज की घटना के 45 दिन बाद किसी की हत्या होती है।उन्होंने पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग करते हुए कहा कि पुलिस थ्योरी रूपेश के घर वाले भी नहीं मान रहे हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस की थ्योरी साउथ के किसी फिल्म की पटकथा जैसी है। मौके पर जाप के प्रदेश अध्यक्ष राघवेंद्र सिंह कुशवाहा, प्रेमचंद्र सिंह, राजेश कुमार सहित अन्य लोग मौजूद थे।
कांग्रेस नेता राज्यपाल फागू चौहान से मिलकर रुपेश हत्याकांड की जांच सीबीआई से कराने की मांग की
वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री रामजतन सिन्हा सहित आठ नेताओं ने राज्यपाल फागू चौहान से मिलकर रुपेश हत्याकांड की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है। प्रतिनिधि मंडल में पूर्व विधायक अवनीश कुमार सिंह, पूर्व सांसद अरुण कुमार, पूर्व मंत्री वीणा शाही, पूर्व मंत्री सुरेश शर्मा व अजीत कुमार, सुधीर शर्मा सहित अन्य लोग शामिल थे। राज्यपाल से मुलाकात के बाद पूर्व मंत्री रामजतन सिन्हा और पूर्व सांसद डॉ अरुण कुमार ने कहा कि पुलिस ने कहानी गढ़ी है, यह चकित करने वाला है। उन्होंने कहा कि रूपेश के परिजन के एक को नौकरी और इंडिगो कंपनी से एक करोड़ का मुआवजा दिलाने की मांग रखी गई है।