छपरा।
बहुचर्चित एसआईटी दारोगा-सिपाही हत्याकांड के मामले में लंबे समय से फरार आरोपी सुबोध सिंह ने सोमवार को न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया। इसके बाद न्यायालय के आदेश पर उसे जेल भेज दिया गया। मामले में नामजद अन्य आरोपियों को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। मालूम हो कि 20 अक्टूबर 2020 को मढ़ौरा थाना क्षेत्र के स्टेट बैंक के समीप एसआईटी दारोगा मिथिलेश कुमार साह और सिपाही फारूक अली को अपराधियों ने गोलियों से भून डाला था।
कांड के मुख्य आरोपी सुबोध सिंह सारण जिला परिषद के अध्यक्ष मीना अरुण के भैंसुर का पुत्र है। इस मामले में जिला परिषद अध्यक्ष व उनके पति पूर्व मुखिया अरुण कुमार सिंह नामजद आरोपी हैं ,जो फिलहाल जमानत पर हैं। मुख्य आरोपी के फरार रहने पर पुलिस कुर्की जब्ती की भी कार्रवाई कर चुकी है। इसी माह पुलिस ने लूटी गई एके-47 भी बरामद किया था। छपरा कारामंडल में बंद दो आरोपियो को रिमांड पर लेकर उनकी निशानदेही पर हथियार बरामद किए गए थे। एके-47 के साथ हत्या में प्रयुक्त एक पिस्टल और 58 जिंदा कारतूस भी बरामद की जा चुकी है। सभी हथियार और कारतूस आरोपी रोहित कुमार सिंह के तरैया थाना क्षेत्र स्थित गलीमापुर गांव से बरामद हुई है।
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